कांग्रेस नेताओं की शिकायत के पश्चात कालीचरण महाराज के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट !
रायपुर (छत्तीसगढ) के धर्म संसद में म गांधी की हत्या के लिए नथुराम गोडसे की प्रशंसा करने का प्रकरण !
रायपुर (छत्तीसगढ) – यहां आयोजित धर्म संसद में मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या के लिए नथुराम गोडसे की प्रशंसा करने पर कालीचरण महाराज के विरुद्ध कांग्रेस नेताओं ने शिकायत प्रविष्ट की है । उसके पश्चात, उनपर अपराध प्रविष्ट गया है । उन पर देशद्रोह का आरोप प्रविष्ट करने की मांग की जा रही है ।
FIR filed against Sant Kalicharan Maharaj for criticising Mahatma Gandhi at Raipur Dharma Sansadhttps://t.co/4E8bIKdI7L
— OpIndia.com (@OpIndia_com) December 27, 2021
२६ दिसंबर को हुई धर्म संसद में कालीचरण महाराज ने कहा था कि, “मुसलमान, राजनीति के माध्यम से देश पर नियंत्रण प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं । उन्होंने १९४७ में हमारी आंखों के सामने ही देश पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया था । उन्होंने प्रथमतः ईरान, इराक एवं अफगानिस्तान पर नियंत्रण प्राप्त किया । उसी प्रकार, उन्होंने राजनीति के माध्यम से पाकिस्तान एवं बांग्लादेश पर भी नियंत्रण प्राप्त किया । मैं नथुराम गोडसे को प्रणाम करता हूं ; क्योंकि, उन्होंने म गांधी की हत्या कर दी गई ।”
कट्टर हिन्दू नेता चुने जाने चाहिए ! – कालीचरण महाराज
राज्य की कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कालीचरण महाराज ने कहा था कि, ‘धर्म की रक्षा के लिए कट्टर हिन्दू नेता को ही सरकार का प्रमुख बनाया जाना चाहिए । छत्तीसगढ की सरकार पुलिस प्रशासन की दास है । इसलिए, एक कट्टर हिन्दू नेता का यहां का मुख्यमंत्री बनना आवश्यक है । हिन्दू धर्म की रक्षा करना, यही हमारा कर्तव्य है ।’
कालीचरण महाराज का संक्षिप्त परिचयकालीचरण महाराज विदर्भ के अकोला के निवासी हैं । उनका मूल नाम अभिजीत धनंजय सराग है । वह भावसार समुदाय से आते हैं । चूंकि उन्हें शिक्षा में कोई रुचि नहीं थी, इसलिए, उनके माता-पिता ने उन्हें इंदौर में अपनी चाची के पास भेज दिया, जहां वे भय्यूजी महाराज के संपर्क में आए । वहां उन्हें नाम कालीचरण प्राप्त हुआ । अकोला के एक मंदिर में शिव तांडव स्तोत्र बोलते हुए उनका एक वीडियो प्रसारित हुआ था । उसके पश्चात, कालीचरण महाराज चर्चा में आ गए थे । उन्होंने कहा है कि, ‘मैं श्री महाकाली माता को अपनी माता एवं अगस्त्य ऋषि को अपना गुरु मानता हूं ।’ |