द्वारका द्वीपसमूह में दो द्वीपों पर स्वामित्व का दावा करने वाली सुन्नी वक्फ बोर्ड की याचिका गुजरात उच्च न्यायालय ने निरस्त कर दी !

  • जो सत्य नहीं है, तथा इतिहास भी ऐसा नहीं है, तब भी सुन्नी वक्फ बोर्ड ऐसा दावा करके सीधे न्यायालय जाने का साहस करता है, यह हिन्दुओं के कब ध्यान में आएगा ? क्या हिन्दू  कभी स्वप्न में भी मक्का पर दावा करने का साहस करेंगे ? – संपादक
  • हिन्दुओं की यही अपेक्षा है कि, न्यायालय ऐसी याचिका निरस्त करने के साथ-साथ वक्फ बोर्ड के विरुद्ध कार्यवाही करेगा ! – संपादक
द्वारका बेट

द्वारका (गुजरात) – सुन्नी वक्फ बोर्ड ने गुजरात उच्च न्यायालय में एक याचिका प्रविष्ट कर, हिन्दुओं के पवित्र तीर्थ द्वारका द्वीप समूह के दो द्वीपों पर दावा किया था । याचिका को न्यायालय ने निरस्त कर दिया है । द्वारका द्वीप समूह पर कुल ८ छोटे द्वीप हैं ।

१. वक्फ बोर्ड ने याचिका में कहा था, ‘द्वारका द्वीप समूह में से २ द्वीपों पर हमारा स्वामित्व है ।’ न्यायालय ने कहा, ‘क्या आप स्वयं भी जानते हैं कि, आप क्या कह रहे हैं ? वक्फ बोर्ड उस भूमि पर स्वामित्व का अधिकार कैसे कर सकता है, जो भगवान कृष्ण की नगरी है ?’, ऐसे पूछते हुए न्यायालय ने याचिका निरस्त कर दी ।

२. द्वारका द्वीप पूर्व में भगवान कृष्ण का निवास था । ओखा से इस द्वीप तक पहुंचने में नाव द्वारा लगभग ३० मिनट लगते हैं । इस द्वीप पर ७ सहस्र परिवार रहते हैं । इनमें से ६ सहस्र परिवार मुसलमान हैं ।