भारतीय उपमहाद्वीप में जिहादी आतंकवादी संगठन सक्रिय ! – अमेरिका
जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर और मध्य भारत नक्सलवादी और आतंकवादी कार्यवाहियों के कारण प्रभावित हुए क्षेत्र
वॉशिंगटन (अमेरिका) – अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने जारी किए आतंकवाद के ऊपर ‘२०२० कंट्री रिपोर्ट ऑन टेररिज्म्’। इस ताजी रिपोर्ट में कहा है कि, लष्कर-ए-तोयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन, इस्लामिक स्टेट और अल कायदा इनके जैसे जिहादी आतंकवादी संगठन भारतीय उपमहाद्वीप में सक्रिय हैं । जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर भारत और मध्य भारत, ये नक्सलवादी और आतंकवादी कार्यवाहियों के कारण प्रभावित हुए क्षेत्र हैं ।
ISIS has 66 known Indian-origin fighters: US report on terrorism All #Defence #news and #updates: https://t.co/MRkaJarm2n https://t.co/KUkl1zthPN
— ET Defence (@ETDefence) December 18, 2021
१. प्रतिवर्ष प्रकाशित होने वाली रिपोर्ट में इस बार कहा गया है कि, भारत सरकार ने उसकी सीमा पर आतंकवादी संगठन सक्रिय है कि नही, यह खोजने के लिए, साथ ही इन संगठनों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए है; परंतु अभी भी खतरा कायम है ।
२. भारतीय सुरक्षा तंत्र ने जम्मू-कश्मीर में अल कायदा से संबंधित ‘अन्सार गजवत उल हिंद’ इस संगठन के आतंकवादियों पर की गई कार्यवाही के उदाहरण भी इस रिपोर्ट में दिए हैं ।
३. रिपोर्ट में कहा है कि, दिसंबर में भारत ने अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान इन देशों के साथ और एक आतंकवादी विरोधी अभ्यास आयोजित करने का प्रस्ताव रखा था । पूर्वोत्तर में नक्सलवादी समूह सक्रिय हैं; आतंकवादियों की ओर से होने वाली हिंसा में कमी आई है । देश में खालिस्तानी समूहों की सक्रियता कम हुई है । खालिस्तान आंदोलन में शामिल कई संगठन भारत की सीमाओं पर महत्वपूर्ण अभियानों में शामिल नहीं हैं, ऐसा इसमें स्पष्ट किया गया है ।
४. भारतीय सुरक्षा तंत्र आतंकवादियों से देश को होने वाले खतरे रोकने के लिए सक्षम है; परंतु भारतीय सुरक्षा बल फैली हुई समुद्री और भू सीमा सुरक्षित करने के लिए मर्यादित क्षमता का प्रयोग करते दिखते हैं । साथ ही उनमें तालमेल का अभाव है, ऐसा कहा है । (अमेरिका द्वारा दिखाई गई ये त्रुटियां भारत के ध्यान में आई या नहीं कि उस ओर गंभीरता से देखा गया या नहीं ? – संपादक)
इस्लामिक स्टेट में भारतीय वंश के ६६ आतंकवादी
इस्लामिक स्टेट (इसिस) इस आतंकवादी संगठन में भारतीय वंश के ६६ सदस्य होकर उनकी पहचान हो गई है । वर्ष २०२० में विदेश से कोई भी आतंकवादी भारत में वापस नहीं आया है, ऐसी जानकारी भी इस रिपोर्ट में दी गई है । ‘भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी सहित (‘एन.आई.ए.’ सहित) अन्य आतंकवाद विरोधी संगठनों ने देश स्तर पर, उसी प्रकार विभागीय स्तरों पर कार्यरत आतंकवादी संगठनों को खोजकर उनकी कार्यवाहियों को समय रहते रोका है ।
‘एन.आई.ए.’ ने इस्लामिक स्टेट से संबंधित ३४ मामलों की जांच कर १६० लोगों को हिरासत में लिया है’, ऐसा भी इस रिपोर्ट में बताया गया है ।