‘रामायण एक्सप्रेस’ में परोसनेवालों (वेटरों) को दिया साधुओं का वेश परिवर्तित करेंगे ! – आइआरसीटीसी
खेड (जिला रत्नागिरी) के सनातन के साधक डॉ अशोक शिंदे द्वारा उठाई गई आपत्ति का दिया उत्तर !
साधुओं की हो रही अवमानना के विरोध में सतर्कता दिखानेवाले सनातन के साधक डॉ. अशोक शिंदे का अभिनंदन ! – संपादक |
नई देहली – भारतीय रेल्वे ने हाल ही में आरंभ की गई ‘रामायण एक्सप्रेस’ रेल्वेगाडी में परसोनेवालों (वेटरों) को साधु जैसा गणवेश दिया है । इस पर आपत्ति जताते हुए सनातन के खेड (जिला रत्नागिरी) के साधक डॉ. अशोक शिंदे (आध्यात्मिक स्तर ६० प्रतिशत) ने ‘इंडियन रेल्वे केटरिंग एंड टुरिजम कॉर्पाेरेशन’ (आइआरसीटीसी) के मुख्य व्यवस्थापकों को पत्र भेजकर यह गणवेश बदलने की मांग की है । आइआरसीटीसी के सह मुख्य व्यवस्थापक अच्युत सिंह ने डॉ. शिंदे के पत्र को उत्तर दिया, जिसमें उन्होंने कहा है कि हमने परसोनेवालों के गणवेश के संदर्भ में पहले ही निर्णय लिया है । उस विषय में योग्य कार्यवाही कर सभी कर्मचारियों का गणवेश परिवर्तित करेंगे । श्री. शिंदे से पहले भी जनता द्वारा इस पर आपत्ति उठाई गई थी । (२०.११.२०२१)