सांखली (गोवा) के संस्कृति प्रेमी और धर्मप्रेमी नागरिकों ने ‘गोवन वार्ता’ दिवाली अंक की होली जलाते हुए नारे लगा कर विरोध प्रदर्शन किया !
गोवा में, गोवन वार्ता दिवाली अंक के मुखपृष्ठ का प्रकरण ! इसमें एक महिला की छवि प्रकाशित की गई है, जिसके माथे पर कुमकुम टीका नहीं है एवं उसने पाश्चात्य वस्त्र परिधान किए हुए हैं !
सांखली (गोवा) – देश, देवता तथा धर्म की रक्षा के लिए काम कर रहे, सांखली के संस्कृति प्रेमी और धर्मप्रेमी नागरिक ३ नवंबर की संध्या को यहां छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के समीप एकत्रित हुए तथा गोवन वार्ता द्वारा प्रकाशित दिवाली अंक, हिन्दू संस्कृति से विसंगत होने के कारण सार्वजनिक रूप से अंक की होली जला कर उन्होंने अपना विरोध प्रकट किया ।
दिवाली हिन्दुओं का एक महत्वपूर्ण त्योहार है । इस अवसर पर अनेक समाचार पत्र अपना दिवाली अंक प्रकाशित करते हैं । इसके अंक के मुखपृष्ठ पर प्राय: एक सुहागन का चित्र छापा जाता है, जो सामान्यतः सात्विक, सभ्य और हिन्दू संस्कृति के लिए अभिप्रेत है । इस वर्ष गोवन वार्ता के दिवाली अंक के मुखपृष्ट पर एक महिला (मॉडल) का चित्र छपा है, जिसके माथे पर सुहागन की बिंदी नहीं है, केश खुले हुए हैं, जिसने पाश्चात्य वस्त्र परिधान किए हैं एवं वह कुछ प्रमाण में देह प्रदर्शन कर रही है । हिन्दू त्योहारों और समारोहों की पवित्रता बनाए रखना सामाजिक माध्यमों का कर्तव्य है, इसलिए सांखली के संस्कृतिप्रेमी और धर्मप्रेमी नागरिकों ने अंक की होली जला कर इस प्रकरण का सार्वजनिक रूप से विरोध किया । एक अनुग्रह भी किया है कि, “नागरिकों को इस अंक का क्रय नहीं चाहिए ।” उस अनुग्रह में कहा गया है कि, ‘हम हिन्दू धर्म, त्योहारों, उत्सवों, हिन्दू देवी-देवताओं आदि का उपहास और अपमान करने वालों के विरुद्ध सक्रिय रहेंगे ।’
गोवन वार्ता के प्रबंधन से भी इस पर संज्ञान लेने और भविष्य में ऐसी त्रुटि न करने का अनुग्रह किया गया है ।