हिन्दू संस्कार एवं परंपरा संजोनेवाले सनातनके ग्रंथ
दीपावलीका आनंद द्विगुणित करनेवाले
त्योहार मनानेकी उचित पद्धतियां एवं अध्यात्मशास्त्र
- बलि प्रतिपदा (दीपावली पडवा) साढेतीन मुहूर्ताें में से एक मुहूर्त है !
- त्योहार धर्मशास्त्रानुसार ही क्यों मनाने चाहिए ?
- दिवाली (दीपावली) की व्युत्पत्ति एवं इतिहास
- दिवाली (दीपावली) त्योहार मनाने की पद्धति
देवीपूजनका अध्यात्मशास्त्र (लघुग्रन्थ)
- कुमकुमार्चनका शास्त्रोक्त आधार क्या है ?
- देवीकी आरती करनेकी उचित पद्धति क्या है ?
- देवीकी आंचलभराई क्यों और कैसे करें ?
- दीपावलीके दिन लक्ष्मीपूजनका क्या महत्त्व है ?
सात्त्विक रंगोलियां (लघुग्रन्थ)
केवल सुन्दर दिखनेवाली रंगोलियोंकी अपेक्षा देवताओंके तत्त्व आकृष्ट एवं प्रक्षेपित करनेवाली रंगोलियां लाभदायक होती हैं । देवताओंकी उपासना हेतु तथा त्योहार, जन्मदिन आदि प्रसंगोंमें बनाई जानेवाली रंगोलियां इस लघुग्रन्थमें प्रस्तुत हैं ।
संपर्क क्र. : (0832) 2312664
SanatanShop.com