दैनिक, साप्ताहिक एवं पाक्षिक ‘सनातन प्रभात’ में प्रकाशित होनेवाले लेख अब जालस्थल (वेबसाइट) की एक ही ‘लिंक’ द्वारा देखने की सुविधा उपलब्ध !
‘सनातन प्रभात’ नियतकालिकों के जालस्थल (वेबसाइट) पर नियतकालिकों में प्रकाशित किए जानेवाले लेख जालस्थल की विविध ‘कैटेगरीज’ में (समाचार / लेख इन विषयों में) विभाजित किए गए हैं । इनमें अंतरराष्ट्रीय / राष्ट्रीय / राज्यस्तरीय / स्थानीय समाचार, राष्ट्र-धर्म लेख, साधना, अनुभूति इत्यादि विविध ‘कैटेगरीज’ का समावेश है । तथापि हिन्दी पाक्षिक ‘सनातन प्रभात’ एक ही लिंक पर पढने की सुविधा भी जालस्थल पर उपलब्ध है । इस हेतु जालस्थल के मुख्य पृष्ठ पर (‘होमपेज’ पर) ‘मेनू बार’ में दिए पर्याय ‘नूतन पाक्षिक’ पर क्लिक करने पर उस लिंक पर पाक्षिक के सभी लेख ‘पोस्ट्स’ के रूप में (शीर्षक और संबंधित चित्र के रूप में) एक के नीचे एक दिखाई देते हैं । जो लेख पढना हो उसकी ‘पोस्ट’ पर क्लिक करने पर वह समाचार अथवा लेख खुलता है, जिससे आप उसे पढ सकते हैं । अगला समाचार अथवा लेख पढने के लिए ‘बैक’ (पीछे जाएं) पर क्लिक करने से ‘नूतन पाक्षिक’ की लिंक पर हम वापस आ जाते हैं । वहां हमें जो पढना है, उस समाचार/लेख पर क्लिक करने पर वह समाचार/लेख खुलता है । इस माध्यम से ‘ऑनलाइन’ पाक्षिक एक ही लिंक पर पढने की सुविधा पाठकों के लिए पहले से ही उपलब्ध है ।
दैनिक, साप्ताहिक और पाक्षिक के लेख एक ही स्थान पर पढने हेतु लिंक
मराठी दैनिक – sanatanprabhat.org/marathi/todays-dainik
अब तक मराठी दैनिक तक सीमित यह सुविधा अब कन्नड साप्ताहिक, साथ ही हिन्दी और अंग्रेजी पाक्षिक ‘सनातन प्रभात’ हेतु भी उपलब्ध कराई गई है । इसलिए निम्नांकित लिंक पर संबंधित नियतकालिक में प्रकाशित हुए विषय आप पढ सकेंगे :
कन्नड साप्ताहिक – sanatanprabhat.org/kannada/weekly
हिन्दी पाक्षिक – sanatanprabhat.org/hindi/fortnightly
अंग्रेजी पाक्षिक – sanatanprabhat.org/english/fortnightly
इन लिंक्स् पर लेख पोस्ट्स के रूप में दिखाई देंगे । ये पोस्ट्स कन्नड साप्ताहिक की लिंक पर एक सप्ताह तथा हिन्दी और अंग्रेजी पाक्षिक की लिंक पर पूरे पंद्रह दिन के लिए उपलब्ध रहेंगे । उन्हें पढने के लिए ‘नूतन पाक्षिक’ पढने हेतु जो पद्धति ऊपर बताई गई है, उसका पालन करें । संबंधित भाषा की लिंक को उनके मुख्य पृष्ठ के (‘होमपेज’ पर) मेनू बार में भी स्थान दिया गया है । मराठी में ‘आजचे दैनिक’, कन्नड में ‘इस सप्ताह का साप्ताहिक’ तथा अंग्रेजी में ‘Latest Fortnightly’ ऐसा पर्याय दिखाई देगा ।
सभी साधक, पाठक, शुभचिंतक, धर्मप्रेमी, हिन्दुत्वनिष्ठ इत्यादि इस सुविधा का अवश्य उपयोग करें, ऐसी विनती है ।