‘एफ.ए.टी.एफ.’ ने पाकिस्तान के साथ तुर्की को भी धूसर सूची (ग्रे लिस्ट) में डाला !

(‘एफ.ए.टी.एफ.’ अर्थात ‘द फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स’ नामक वैश्विक संगठन है, जो आतंकवाद को वित्तपोषित करने एवं काले धन को श्वेत करने वालों के विरुद्ध एक वैश्विक नीति तैयार करने एवं उसे क्रियान्वित करने का कार्य करता है ।)

पाक पंतप्रधान इम्रान खान और तुर्कस्तान राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – वैश्विक संगठन, ‘दी फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफ.ए.टी.एफ.) ने पाकिस्तान को धूसर सूची में ही रखते हुए अब इसमें तुर्की को भी सम्मिलित किया  है । विशेष बात है, कि पाकिस्तान को धूसर सूची से हटाने के लिए तुर्की का प्रयास शुरू था । इन दोनों देशों को अब अन्य देशों के साथ-साथ, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से वित्तीय सहायता प्राप्त करना कठिन हो सकता है ।

इस संदर्भ में आरोप लगाते हुए पाकिस्तान ने कहा है, ‘एफ.ए.टी.एफ. ने भारत के दबाव में हमारे विरुद्ध यह कदम उठाया है ।’ (भारत द्वेष के पीलिया से ग्रसित पाकिस्तान ! अपने ही कुकर्मों का फल भोग रहे पाकिस्तान द्वारा भारत पर आरोप लगाना संसार के सामने हास्यास्पद ही सिद्ध हो रहा है, यह जब उसके ध्यान में आएगा वह अच्छा दिन होगा ! – संपादक) ‘एफ.ए.टी.एफ.’ ने मात्र इस आरोप को अस्वीकार किया है । ‘एफ.ए.टी.एफ.’ के अध्यक्ष डॉ. मार्क्स प्लिअर ने कहा, “पाकिस्तान को दिखाना होगा, कि वह आतंकवादियों एवं उनके संगठनों के विरुद्ध गंभीर कार्यवाही कर रहा है । एफ.ए.टी.एफ. में निर्णय सर्वसम्मति से किए जाते हैं ।”