असम में बीजेपी को ‘मियां मुसलमानों’ के मत नहीं चाहिए ! – मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सर्मा , असम
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नई दिल्ली – बाहर से आए हुए मुसलमानों की घुसपैठ के कारण असम ने अपनी पहचान, संस्कृति और भूमि गवां दी है । उनकी जनसंख्या में प्रचंड वृद्धि के कारण अतिक्रमण भी बढ़ गया है । भारतीय जनता पार्टी असम में ‘मियां मुसलमानों’ के मत नहीं चाहती है, इसलिए मैं उनके पास नहीं जाता और वे भी मेरे पास नहीं आते । असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि ‘अतिक्रमण उन्मूलन’ अभियान जारी रहेगा ।
Watch Assam CM Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) live and exclusive at India Today Conclave 2021, as he shares his views on various issues. #ABetterNormal #ITLivestream https://t.co/6TWRTYpTo0
— IndiaToday (@IndiaToday) October 9, 2021
इंडिया टुडे की ओर से हाल ही में एक चर्चा सत्र का आयोजन किया गया था । इस संगोष्ठी में मुख्यमंत्री सर्मा ने भाग लिया था । उस समय उन्होंने उपरोक्त वक्तव्य दिया था । असम के ३३ जिलों में से १५ जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठियों का दबदबा है । घुसपैठियों ने २६ वैष्णव मठों की ५,५४८ बीघा भूमि पर नियंत्रण कर लिया है । साथ ही राज्य की ४ लाख हेक्टेयर वन भूमि पर भी अतिक्रमण कर लिया गया है । यह क्षेत्र राज्य की कुल वन भूमि का २२ प्रतिशत है । एक सरकारी प्रतिवेदन से यह उजागर हुआ है, कि घुसपैठियों ने इन क्षेत्रों में गांव के गांव बसा लिए हैं ।