काश्मीर में हिन्दुओं पर होने वाले आक्रमणों के पीछे का कारण है अतिक्रमणमुक्त हो रही है हिन्दुओं की संपत्ति !

  • हिन्दू पुन: काश्मीर में आए ही नां, ऐसी जिहादी आतंकवादियों की इच्छा है । इससे उनका भी धर्म है, यह स्पष्ट होता है !– संपादक

  • ‘काश्मीरी हिन्दुओं का काश्मीर में पुनर्वसन हो’ ऐसा देश की कितनी राजनीतिक पार्टियों को, मुसलमान और ईसाई संगठनों को लगता है, यह उन्हें बताना चाहिए और ऐसे आक्रमणों का सार्वजनिक विरोध करना चाहिए’, लेकिन प्रत्यक्ष में ऐसा हो रहा है यह पिछले ३२ वर्षों में दिखा नहीं, यह सर्वधर्म समभाव को मानने वाले हिन्दुओं को ध्यान में लेना चाहिए !– संपादक

श्रीनगर (जम्मू-काश्मीर) – पिछले ४ दिनों में श्रीनगर में २ हिन्दू और २ सिखों की जिहादी आतंकवादियों द्वारा हत्या किए जाने के बाद काश्मीर में पुन: तनाव की स्थिति निर्माण हो गई है । गैरमुसलमानों पर हुए आक्रमण के पीछे हिन्दुओं की संपत्तियों पर हुए अतिक्रमण को मुक्त करने का प्रयास बताया जा रहा है ।

१. वर्ष १९८९ के बाद आतंकवादियों की दहशत के कारण काश्मीर से लाखों हिन्दुओं ने पलायन किया था । उनकी संपत्तियों पर स्थानीय मुसलमानों ने अतिक्रमण किया । अब धारा ३७० रद्द करने के बाद राज्य प्रशासन की ओर से एक वेबसाईट चालू की गई है । इसके अनुसार देश में कहीं भी रह रहे काश्मीरी हिन्दू उनकी अतिक्रमण की गई संपत्ति के विषय में इसपर शिकायत कर सकते हैं । इस शिकायत के आधार पर प्रशासन कार्यवाही कर यह संपत्ति अतिक्रमण मुक्त कर रही है ।

२. जम्मू-काश्मीर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, प्रत्येक जिले में अतिक्रमण की गई संपत्तियां है । सबसे अधिक १ सहस्र शिकायतें अनंतनाग में हैं । एक मामले में ५ एकड से अधिक भूमि छीन ली गई थी । अब इस भूमि को मुक्त किया गया है । अधिकांश मामलों में अतिक्रमण करने वाले पडोस में ही हैं । (‘हिन्दू-मुसलमान भाई भाई’ कहने वाले इस विषय में चुप क्यों हैं ? – संपादक) कुछ मामलों में भूमाफिया सक्रिय हैं ।

३. काश्मीरी पंडित संघर्ष समिति के पदाधिकारी संदीप ने कहा कि, केवल हिन्दू ही घर छोडकर नहीं गए हैं । बहुत से सिख और मुसलमानों को भी पलायन करने के लिए बाध्य होना पडा था । उनकी संपत्ति भी पुन: वापस मिलनी चाहिए । (ऐसी मांग केवल हिन्दू ही कर सकते हैं । इससे हिन्दू धर्म की सीख का अद्वितीयत्व ध्यान में आता है ! – संपादक)

४. श्रीनगर के जिलाधिकारी मोहम्मद एजाज असद ने कहा कि, जिले में कुल ६६० शिकायतें मिली हैं । इनमे से ३९० शिकायतों को हल किया गया है । १६ मामलों में महसूली दस्तावेजों में फेरबदल कर अन्यों के नाम पर भूमि की है, ऐसा दिखाई दिया है ।