आने वाले ३ वर्षों में भारत हिन्दू राष्ट्र होगा !

पुरी स्थित गोवर्धन पीठ के जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का प्रतिपादन !

  • धर्मांतरित हुए लोगों को पुन: हिन्दू धर्म में लाना चाहिए ! – संपादक

  • वर्ष २०२३ में ‘हिन्दू राष्ट्र’ आने वाला है, यह अब शंकराचार्य भी कहने लगे हैं । अब केंद्र सरकार को इस दिशा में प्रयत्न कर संविधान से ‘धर्मनिरपेक्ष’ (सक्यूलर) यह शब्द निकालकर वहां ‘हिन्दू राष्ट्र’ ऐसा बदलाव कर इस देश को हिन्दू राष्ट्र घोषित करे, ऐसी ही हिन्दुओं की अपेक्षा है !– संपादक

आगरा (उत्तरप्रदेश) – वर्तमान राजकीय परिस्थिति भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के पक्ष में है । राहुल गांधी भी अब स्वयं को ‘हिन्दू’ बताने लगे हैं । उन्होंने स्वयं को ‘जनेउधारी ब्राह्मण’  घोषित किया है । इस कारण आने वाले ३ वर्षों में भारत हिन्दू राष्ट्र होगा, ऐसा प्रतिपादन उडी़सा के पुरी स्थित गोवर्धन पीठ के जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने आगरा जिले के नगला बिंदू गांव में किया । वे वर्तमान में आगरा के दौरे पर हैं । यहां के भाजपा नेता हरेंद्र सिंह के घर पर श्रद्धालुओं से बात करते समय उपरोक्त प्रतिपादन किया । ‘हिन्दुओं को सनातन परंपरा के प्रचार और प्रसार के लिए काम करने चाहिए’, ऐसा आवाहन भी उन्होंने इस समय किया ।

जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने प्रस्तुत किए सूत्र

१. आज विज्ञान का युग है । विज्ञान  भी सनातन धर्म की देन है । इस कारण विज्ञान भी वेद, पुराण आदि के महत्व को नकार नहीं सकता ।

२. भारत में रहने वाले सभी नागरिकों के पूर्वज हिन्दू हैं । उनका पालन पोषण सनातन धर्म ने किया है । धर्मांतरित हुए लोगों को उनके भूतकाल की याद दिलाकर उन्हे पुन: हिन्दू धर्म में लाना चाहिए ।

३. देश में ४० प्रतिशत जनता हिन्दू भाषा बोलती है । हिन्दी में ही संस्कृत का समावेश है । वेद और पुराण की हिन्दी भाषा की आवृत्तियां सनातन धर्म के सिद्धान्तों को योग्य ढंग से भाषांतरित करती है । इस कारण हिन्दी भाषा का भी प्रचार और प्रसार होना आवश्यक है ।