झारखंड में मुसलमान छात्रों को नमाज पढने के लिए, बिराजपुर विद्यालय को अवकाश !

  • झारखंड भारत में है या पाकिस्तान में ? नमाज पढने के लिए, विद्यालय को अवकाश देने वाले पाठशाला के प्रबंधन के विरुद्ध कठोर कार्यवाही होनी चाहिए ! – संपादक
  • ‘विद्यालय में गीता सिखाना, सरस्वती की पूजा करना’, अर्थात् ‘शिक्षा का भगवाकरण’ है ; ऐसा कहने वाले धर्मनिरपेक्षतावादियों एवं आधुनिकतावादियों को नमाज पठण के लिए, पाठशाला को अवकाश देना स्वीकार्य है क्या ? – संपादक
  • हिन्दुद्वेषी तथा अल्पसंख्यकों का तुष्टिकरण कर रही झारखंड मुक्ति मोर्चा के सरकार वाले राज्य में, इससे अलग क्या होगा ? – संपादक
प्रतिकात्मक छायाचित्र

जामताडा (झारखंड) – जनपद में, १ अक्टूबर अर्थात् शुक्रवार को बिना किसी सरकारी अनुमति के, बिराजपुर विद्यालय के मुसलमान छात्रों को नमाज पढने के लिए अवकाश दे दिया गया । इससे क्षेत्र में तनाव निर्माण हुआ । जिला शिक्षा अधिकारी अभय शंकर ने इस संबंध में विद्यालय प्रबंधन समिति को नोटिस भेजा है । अभी तक किसी के भी विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई है । जामताडा जनपद के नाला निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित सत्तारूढ झारखंड मुक्ति मोर्चा के रवींद्रनाथ महतो झारखंड विधान सभा के अध्यक्ष हैं । उनके ही आदेश से झारखंड विधानसभा में नमाज पढने के लिए अलग कमरा उपलब्ध कराने का प्रस्ताव था । (ऐसे लोगों से भरा दल राज्य में सत्तारूढ होते हुए, यदि राज्य का इस्लामीकरण हो जाए तो इसमें क्या आश्चर्य है ? – संपादक) भाजपा के विधायकों ने उसका तीव्र विरोध किया था । इसलिए, यह प्रस्ताव लंबित है ।

इस विद्यालय में मुसलमान छात्रों की संख्या अधिक है । उल्लेखनीय है, कि जामताडा जनपद में अनुमानित ६ प्राथमिक एवं माध्यमिक उर्दू विद्यालय हैं एवं इन विद्यालयों को रविवार के स्थान पर नमाज के दिन अर्थात् शुक्रवार को अवकाश होता है । इस संबंध में भाजपा झारखंड अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा, “ऐसी घटनाएं १-२ जनपदों तक सीमित नहीं हैं, अपितु संपूर्ण झारखंड में यह स्थिति है ।” विश्व हिंदू परिषद के अनूप राय ने कहा, “विद्यालय प्रबंधन समिति के लोग, तालिबानी आदेश में विश्वास करते हैं ।”