वर्ष २०१९ की तुलना में २०२० में गुनहगारी में अल्प मात्रा में कमी !
सायबर गुनाह में बडी मात्रा में बढोतरी !
कम मात्रा में नहीं, तो देश की गुनहगारी जड़ से नष्ट होनी चाहिए । इसके लिए कठोर कानून सहित, तत्काल सजा देने वाली व्यवस्था निर्माण करनी चाहिए ! साथ ही गुनहगारी की वृत्ति ही निर्माण न हो, इसके लिए प्रत्येक को धर्मशिक्षा देकर सुसंस्कारित होना आवश्यक है । यह केवल हिन्दू राष्ट्र में ही संभव है इसलिए उसकी स्थापना अपरिहार्य है !– संपादक
नई दिल्ली – राष्ट्रीय गुनाह प्रविष्ट विभाग ने वर्ष २०२० में देश में गुनाह के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत की है । इसमें वर्ष २०१९ की तुलना में महिलाओं और बच्चों के संबंध में गुनाह बहुत मात्रा में कम हुआ है ऐसा दिख रहा है ।
अपहरण के गुनाह में कमी
वर्ष २०१९ की तुलना में वर्ष २०२० में अपहरण की संख्या में कमी आई है । वर्ष २०२० में यह संख्या ८४ सहस्र ८०५ थी, तो वर्ष २०१९ में यह १ लाख ५ सहस्र ३६ इतनी थी ।
देश में प्रतिदिन बलात्कार की ७७ घटनाएं !
इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष २०२० में देशभर में कुल ६६ लाख १ सहस्र २८५ गुनाह प्रविष्ट किए गए । उसमें प्रतिदिन लगभग ७७ मामले बलात्कार के थे । वर्षभर में बलात्कार के कुल २८ सहस्र ४६ गुनाह प्रविष्ट किए गए । इसमें २५ सहस्र ४९८ पीडित प्रौढावस्था की, तो २ सहस्र ६५५ कम उम्र की लडकिया थीं । यही संख्या वर्ष २०१९ में अनुक्रम से ३२ सहस्र ३३, तो वर्ष २०१८ में ३३ सहस्र ३५६ थी । (बलात्कारियों को तुरंत सजा ना मिलने से बलात्कार की घटनाएं बढ रही हैं, यह अभी तक की सभी पार्टी के शासनकर्ताओं के लिए लज्जास्पद ! – संपादक)
सायबर गुनाह में बढोतरी !
इंटरनेट के माध्यम से होने वाले गुनाह में वर्ष २०२० में बढोतरी हुई है । वर्ष २०१९ में ४४ सहस्र ७३५, तो वर्ष २०२० में ५० सहस्र ३५ ,इतनी संख्या में गुनाह प्रविष्ट हुए । इसमें ३० सहस्र १४२ केवल जालसाजी के गुनाह थे ।
सरकारी आदेश के उल्लंघन में अत्यधिक बढोतरी
सरकार के आदेश के उल्लंघन में अत्यधिक बढोतरी हुई । वर्ष २०२० में कुल ६ लाख १२ सहस्र १७९ गुनाह प्रविष्ट किए गए जब कि वर्ष २०१९ में यह संख्या केवल २९ सहस्र ४६९ ही थी । कोरोना के नियमों के उल्लंघन के कारण यह संख्या बढी़ है ,ऐसा कहा गया है ।