मानसिक रूप से विकलांग महिला के साथ सीकरी (राजस्थान) जिले में पुलिस द्वारा बलात्कार !

राजस्थान पुलिस द्वारा महिलाओं पर अत्याचार के कई मामले उजागर !

  • खेत खाने वाली बाड जैसी यह कष्टप्रद घटना है ! अगर अपराधियों से सामान्य जनों की रक्षा करने वाली पुलिस ही लोगों पर अत्याचार करती है, तो जनता न्याय किससे मांगे ? – संपादक

  • ऐसे वासनांध पुलिसकर्मियों के लिए यदि कोई मृत्युदंड की मांग करता है, तो इसमें गलत क्या है ? – संपादक
प्रतिकात्मक छायाचित्र

जयपुर (राजस्थान) – सीकरी जिले के श्रीमाधोपुर थाना क्षेत्र में मानसिक रूप से विकलांग महिला से दुष्कर्म करने के आरोप में, एक पुलिस सिपाही को बंदी बनाया गया है । थानेदार कैलाश चंद ने बताया, कि जयपुर के शाहपुरा क्षेत्र में चालक के पद पर कार्यरत सिपाही लालचंद, पीडिता के पडोस में रहता है । उसपर २३ वर्ष की एक महिला से, १९ अगस्त को खेत में दुष्कर्म करने का आरोप है । उसे न्यायिक कारावास में भेज दिया गया है ।

वर्ष २०२१ में, राजस्थान पुलिस द्वारा महिलाओं पर अत्याचार के मामले ;

१. २ मार्च २०२१ को अलवर के खडेली थाने में पति के विरुद्ध अभियोग प्रविष्ट कराने गई एक महिला के साथ पुलिस उपनिरीक्षक भरत सिंह ने दुष्कर्म किया ।

२. मई २०२१ में मटीली थाने के एक पुलिस अधिकारी मनीराम पर बलात्कार का आरोप लगाने के उपरांत, एक महिला ने नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली थी ।

३. राजस्थान के चुरू जिले में सरदारशहर थाने के एक निलंबित पुलिस निरीक्षक समेत, कुल आठ पुलिसकर्मियों के विरुद्ध प्रथम दृष्टया सूचना प्रतिवेदन प्रविष्ट की गई है । इन सभी पर, एक महिला को बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म करने का आरोप था ।

४. इस वर्ष, पुलिस उपायुक्त कैलाश बोहरा को एक बलात्कार पीडिता से रिश्वत मांगने और उसका यौन शोषण करने के आरोप में बंदी बनाया गया था ।