सामूहिक टीकाकरण के कारण तीसरी लहर के प्रभाव का अनुभव नहीं होगा
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कानपुर (उत्तर प्रदेश) – अब कोरोना की तीसरी लहर की संभावना न के बराबर है । सामूहिक टीकाकरण के कारण तीसरी लहर के प्रभाव का अनुभव नहीं होगा, आई.आई.टी. कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक का दावा है । मणीन्द्र अग्रवाल ने यह अनुमान गणितीय प्रमेय के आधार पर किया है ।
#Coronavirus की तीसरी लहर की आशंका न के बराबर, IIT के वैज्ञानिक का दावाhttps://t.co/OwitOq0S8p
— Hindustan (@Live_Hindustan) August 23, 2021
१. पद्म श्री पुरस्कार विजेता प्रा. अग्रवाल ने कहा, कि अब कोरोना संक्रमण की दर कम होगी, साथ ही उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली और मध्य प्रदेश जैसे राज्य अक्टूबर तक कोरोना संक्रमण से मुक्त हो जाएंगे ।
२. प्रा. अग्रवाल ने दावा किया है, कि देश में सक्रिय कोरोना रोगियों की संख्या अक्टूबर तक करीब १५,००० हो जाएगी क्योंकि असम, अरुणाचल प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु सहित अन्य पूर्वोत्तर राज्यों संक्रमण होगा ।
३. कोरोना की दूसरी लहर को लेकर प्रा. मणीन्द्र अग्रवाल का दावा बहुत सटीक था । प्रा. अग्रवाल के अनुसार, टीकाकरण और परिवहन पर प्रतिबंध से कई लाभ हुए हैं ।
कोरोना की तीसरी लहर अन्य २ लहरों की तुलना में सौम्य होगी ! – राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान के विशेषज्ञों की समिति
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान के विशेषज्ञों की एक समिति ने कहा, कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को अधिक संकट है । साथ ही, अक्टूबर के महीने में कोरोना की तीसरी लहर अपने चरम पर पहुंच सकती है । इस लहर में छोटे बच्चों को अधिक खतरा होगा । कितनी भी सावधानी ली गई, तो भी अक्टूबर के अंत तक कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना है ; यद्यपि, कोरोना की तीसरी लहर अन्य दो लहरों की तुलना में सौम्य होगी, समिति ने कहा ।