कुछ देश आतंकवाद को पोस रहे हैं ! – भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर

संयुक्त राष्ट्र परिषद में भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर की पाक और चीन का नाम लिए बिना टिप्पणी !

ऐसे अंतर्राष्ट्रीय व्यासपीठ पर भारत पाक और चीन का नाम लेने में क्यों हिचकिचाता है ? ‘शत्रु देशों का नाम लेने में हिचकिचाने वाले उसको समाप्त कैसे करेंगे ?’ ऐसा प्रश्न जनता के मन में आने पर आश्चर्य क्या ? – संपादक

न्यूयॉर्क (अमेरिका) – आतंकवादी कार्यवाहियों के कारण अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को खतरा है । कुछ देश जिन्होने आतंकवाद के विरोध में लड़ने का जो सामूहिक संकल्प किया है, वो दुर्बल कर रहे हैं । वे आतंकवाद को पोस रहे हैं । उन्हे छूट देने से काम नहीं चलेगा, ऐसा आवाहन भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए किया ।

एसा. जयशंकर ने आगे कहा कि, 

१. आतंकवाद से संबंधित चुनौतियां और उसके कारण हुई हानि इन बातों का भारत पर गहराई से परिणाम हुआ है । आतंकवाद को किसी  भी धर्म, राष्ट्रीयता, सभ्यता अथवा  मजहब से नहीं जोडना चाहिए ।

२. आतंकवाद के सभी प्रकारों का विरोध करना चाहिए । वो किसी भी प्रकार से न्यायोचित नहीं हो सकता ।

३. इस्लामिक स्टेट इस आतंकवादी संगठन ने आर्थिक स्रोत अधिक मजबूत किए हैं । हत्या का पारितोषक अम ‘बिटकॉईन’ के रुप में दिया जा रहा है ।

‘बिटकॉईन’ अर्थात् क्या ?

बिटकॉईन, लाईटकॉईन, रिपल, इथेरियम और जेड कैश नाम की कुछ ‘क्रिप्टो करन्सीज’ प्रसिद्ध हैं । ‘क्रिप्टो करन्सी’ अर्थात ‘आभासी करन्सी ।’ प्रचलन में रहने वाले नोटों का पर्याय होने वाली एक ‘डिजिटल करन्सी’ । यह करन्सी भारतीय रुपया, अमेरिकन डॉलर या ब्रिटिश पौंड के समान नहीं होती है । किसी भी देश की सरकार या बैंक यह करन्सी नहीं छापती है । ‘क्रिप्टो करन्सी’ यह केवल ऑनलाइन उपलब्ध होती है । जैसे विश्व में रुपया, डॉलर, युरो, पाऊंड ऐसी विविध करन्सी हैं, उसी प्रकार विश्व में अलग-अलग ‘क्रिप्टो करन्सीज’ भी हैं । इसमें से ‘बिटकॉइन’ क्रिप्टो करन्सी लगभग एक दशक पूर्व चालू की गई थी । फेसबुक उसकी ‘लिब्रा’ नाम की क्रिप्टो करन्सी चालू करने की तैयारी मेंं है ।