कृष्णभक्ति करने के लिए हरियाणा की वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी भारती अरोरा का स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने का निर्णय !

पुलिस अधिकारी अरोरा के अनुसार अन्य पुलिस अधिकारियों द्वारा कर्तव्य निभाते हुए साधना करने पर भारत में रामराज्य आने में सहायता होगी ।

वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी भारती अरोरा

चंडीगढ – संत मीराबाई के समान कृष्णभक्ति में जीवन व्यतीत करने के लिए हरियाणा की वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी भारती अरोरा ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन दिया है । अरोरा को उनका बचा जीवन धार्मिक कार्य में व्यतीत करना है । इसलिए यह निर्णय लिया है । हरियाणा ‘कैडर’ की भारतीय पुलिस सेवा की (आई.पी.एस.) अधिकारी अरोरा के आवेदन पर अभी तक शासन ने कोई निर्णय नहीं लिया है ।

१. हरियाणा रेलवे पुलिस में अधीक्षक रहते हुए उन्होंने समझौता बम विस्फोट मामले की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी । उनका कार्यकाल वर्ष २०३१ में पूर्ण होना था; लेकिन उन्होंने १० वर्ष पहले ही स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने का निर्णय लिया है । इसके लिए आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है ।

२. इस संबंध में उन्होंने २४ जुलाई के दिन पुलिस महासंचालक को पत्र लिखा है । उनके अनुसार पुलिस सेवा उनके लिए अभिमान की बात रही है; परंतु उनको इसके आगे अपना जीवन धार्मिक रीति से चलाना है । उनको चैतन्य महाप्रभु, संत कबीर और संत मीराबाई के समान भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति करनी है । (पुलिस बल में ऐसे अधिकारी या कर्मचारी मिलना, यह दुर्लभ से दुर्लभ बात होगी ! – संपादक)

३. अरोरा का विवाह हरियाणा कैडर के आई.पी.एस. विकास अरोरा से हुआ है । ५० वर्षीय अरोरा  हरियाणा की पहली पुलिस अधिकारी हैं, उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया है । अभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे हैं । (हिंदुओं को धर्म शिक्षा न होने से यदि कोई व्यक्ति धार्मिक कार्य के लिए स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति ले रहा है, तो उसे समझाने का प्रयास किया जाता है, यह ध्यान दें ! इसके विपरीत जैन पंथ में बचपन मेंं ही बच्चे करोडों रुपयों की अपने परिजनों की संपत्ति त्याग कर संन्यासी बनते हैं तो उनका जुलूस निकाला जाता है; आनंदोत्सव मनाया जाता है । – संपादक)