पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन अफगानिस्तान के तालिबान-नियंत्रित क्षेत्रों में कर रहे हैं स्थानांतरण !

  • राष्ट्रप्रेमियों को लगता है कि भारत ने अफगानिस्तान सरकार को सैन्य सहायता प्रदान कर इन आतंकियों को नष्ट करने का प्रयास करना चाहिए  !
  • जब ये आतंकी पाकिस्तान में थे तब ही यदि भारत ने उनके विरुद्ध कार्यवाही की होती, तो वे अबतक पूर्णतः नष्ट हो गए होते  !

काबुल (अफगानिस्तान) – पाकिस्तान के जिहादी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा एवं जैश-ए-मोहम्मद ने अपने ठिकाने पाकिस्तान से अफगानिस्तान में स्थानांतरित कर दिए हैं, ऐसी जानकारी देकर अफगान सरकार ने भारत को सतर्क किया है । इससे यह स्पष्ट होता है कि, तालिबान द्वारा अफगानिस्तान के ८५ प्रतिशत क्षेत्र पर नियंत्रण प्राप्त करने के कारण, पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन वहां शरण ले रहे हैं ।

१. अफगानिस्तान ने कहा है कि पाकिस्तान अपने देश की भूमि से सभी अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों एवं गुटों को हटाना चाहता है । वह उन्हें अफगानिस्तान भेजना चाहता है । उसका (पाकिस्तान का)  मानना है कि इससे ‘फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF)’ की भूरी (ग्रे) सूची (एफ ए टी एफ के मानदंड के अनुसार आतंकियों को वित्तीय सहायता करने वाले देशों को काली अथवा भूरी सूची में डाला जाता है; अर्थात ब्लैकलिस्ट किया जाता है) से वह बाहर आ सकता है । (पाकिस्तान इस प्रकार के कितने भी प्रयास क्यों न करें, भारत ने उन्हें उजागर करना चाहिए तथा पाकिस्तान को काली सूची में डालने के लिए प्रयास करने चाहिए  ! – संपादक)

२. कुछ सप्ताह पूर्व ही, अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने प्रकट रूप से कहा था कि पाकिस्तान से १० सहस्र जिहादी आतंकी अफगानिस्तान में प्रवेश कर चुके हैं । उन्हेंने ऐसा भी कहा था कि इन आतंकियें के तालिबान के लश्कर-ए-तैयबा, अल कायदा एवं जैश-ए-मोहम्मद से अच्छे संबंध हैं ।

३. गनी ने आगे कहा था कि तालिबान अफगानिस्तान को आतंकियों का स्वर्ग (अड्डा ) बनाना चाहता है; परंतु हम ऐसा होने नहीं देंगे ।

४. अफगानिस्तान में मारे गए आतंकियों के पास पाकिस्तानी पहचान पत्र मिले हैं । साथ ही तालिबानी आतंकियों का पाकिस्तान के चिकित्सालयों में उपचार भी चल रहा है ।