चेन्नई में अवैध रूप से रहनेवाले ईरानी मुसलमान टोली द्वारा लूटपाट !

बनावटी आधारकार्ड जप्त

  • भारत में अवैध रूप से रहकर जब तक लूटपाट नहीं करते, तब तक अन्वेषण तंत्रों को इस बात की जानकारी नहीं मिलती ।  क्या इसका अर्थ यह है कि वे सोए हुए  हैं ? ऐसी घटना देश की सुरक्षा के लिए अत्यंत गंभीर है, अत: केंद्र सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए !
  • भारतीय नागरिकों को अनेक चक्कर लगाने के उपरांत  आधार कार्ड, मतदान कार्ड आदि उपलब्ध होते हैं, किन्तु  घुसपैठियों को वे कैसे सहजता से प्राप्त हो जाते हैं, इसकी जांच क्यों नहीं की जाती ?
  • भारत में पहले से ही बड़ी संख्या में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठिए हैं, अब ईरानी मुसलमान भी घुसपैठ कर   आपराधिक कृत्य करते हैं । इससे स्पष्ट होता है कि भारत धर्मशाला बन गया है !

चेन्नई (तमिलनाडु) – पुलिस ने ९ ईरानी मुसूमान नागरिकों को यहां अवैध रूप से रहने और लूटपाट करने के आरोप में बंदी बनाया है। इनमें ३ महिलाएं भी सम्मिलित हैं। इनके पास से बनावटी आधार कार्ड भी जप्त  किए गए हैं। ये सभी कोवलम (छुट्टियों अथवा मनोरंजन के लिए एक लोकप्रिय स्थान) के एक रिसॉर्ट में अवैध रूप से रुके हुए थे। सोमालिया के एक नागरिक को लूटने के प्रकरण  की जांच करते समय पुलिस को  इन विदेशी नागरिकों की सूचना   मिली । ईरानी नागरिकों  ने स्वयं को केंद्रीय पुलिसकर्मी बताकर , उससे २ लाख ८४ हजार रुपये लूट लिए थे। पुलिस ने    इस अपराध में उपयोग किया गया एक चार पहिया वाहन भी नियंत्रण में लिया है।

पुलिस को संदेह है कि ईरानी नागरिकों की टोली ने इससे पूर्व भी अनेक लोगों को लूटा है। पुलिस आगे की जांच कर रही है।