फ्रांस द्वारा वर्तमान एवं भूतपूर्व प्रधानमंत्रियों की पूछताछ होगी !

राफेल विमान विक्रय में घोटाले का आरोप !

राफेल विमान

पेरिस (फ्रांस) – भारत द्वारा फ्रांस सेक्रय किए गए राफेल लडाकू विमानों के अनुबंध में भ्रष्टाचार होने के आरोप की अब फ्रांस द्वारा न्यायिक जांच की जाएगी । इस प्रकरण में फ्रांस की संस्था ‘शेरपा’ ने शिकायत प्रविष्ट की थी । उसी प्रकार, फ्रांस के नियतकालिक ‘मीडियापार्ट’ ने भी इस प्रकरण पर एक ब्यौरा प्रकाशित किया था । इसके पश्चात जांच का निर्णय लिया गया है । शेरपा ने वर्ष २०१८ में शिकायत प्रविष्ट की थी; परंतु उस समय उसे खारिज कर दिया गया था । एक न्यायाधीश द्वारा १४ जून से इस आरोप की जांच आरंभ कर दी गई है ।

१. इस अनुबंध पर फ्रांस के भूतपूर्व प्रधानमंत्री फ्रांस्वा ओलांद ने हस्ताक्षर किए थे, तथा वर्तमान प्रधानमंत्री इमैनुएल मैक्रों उस समय वित्त मंत्री थे । दोनों की जांच की जाएगी । तत्कालीन रक्षा मंत्री एवं वर्तमान विदेश मंत्री जीन-यवेस ले ड्रियन की भी जांच की जाने की संभावना है ।

२. इस पर राफेल विमान बनाने वाले प्रतिष्ठान ‘डसॉल्ट एविएशन’ ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है । इसके पूर्व, इस प्रतिष्ठान ने घोटाले का आरोप अस्वीकार किया था ।

३. भारत एवं फ्रांस में के मध्य में २०१६ में अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे । ३६ राफेल विमानों की आपूर्ति का यह अनुबंध था । उस समय भारत में भी आरोप लगाए गए थे ।