आतंकवाद का समर्थन और संरक्षण देनेवाले देश दोषी !
संयुक्त राष्ट्र में नाम न लेकर भारत ने की पाकिस्तान की आलोचना !
विश्वस्तर पर पाकिस्तान का नाम न भी लेनेवाला भारत क्या कभी पाकसमर्थित आतंकवाद और पाकिस्तान को नष्ट करने का साहस दिखाएगा ? भारत की ऐसी सौम्य भूमिका के कारण ही विगत ३ दशकों से चल रहा जिहादी आतंकवाद नष्ट नहीं हो सकता है, यही वास्तविकता है !
न्यूयॉर्क – भारत ने संयुक्त राष्ट्रसंघ में पाकिस्तान का नाम न लेकर आलोचना करते हुए कहा कि विगत कुछ दशकों से सीमापार से हो रहे आतंकवाद की बलि चढ गया है । आतंकियों का समर्थन करनेवाले और उन्हें संरक्षण देनेवाले देश ही इसके लिए दोषी है ।
संयुक्त राष्ट्रसंघ में भारत के स्थाई प्रतिनिधि राजदूत टी.एस्. तिरुमूर्ति ने यह आलोचना की । कोविड-१९ उपरांत की स्थिति में आतंकवाद के लिए दी जानेवाली आर्थिक आपूर्ति को रोकने के विषय पर हुई चर्चा में वे ऐसा बोल रहे थे । तिरुमूर्ति ने यह भी कहा कि आतंकवाद को सफलतापूर्वक नष्ट करने हेतु आतंकवाद को मिलनेवाली आर्थिक सहायता को रोकना महत्त्वपूर्ण है ।