कहां वैज्ञानिक और कहां ऋषि- मुनि !
परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार
‘कहां परग्रह पर जानेवाले यान की खोज करने पर विज्ञान की प्रशंसा करनेवाले बुद्धिप्रमाणवादी ; और कहां केवल विश्व में ही नहीं अपितु सप्तलोक एवं सप्त पाताल में भी क्षणार्द्ध में सूक्ष्म से पहुंच पानेवाले ऋषि-मुनि !’
– (परात्पर गुरु) डॉ. आठवले