वीर सावरकर के जीवन पर आधारित ‘सनातन प्रभात’ के चलचित्र (वीडियो) को हिन्‍दुओं का उत्‍स्‍फूर्त प्रतिसाद !

वीर सावरकर की जयंती के अवसर पर मराठी, हिन्‍दी, कन्‍नड और अंग्रेजी भाषाओं में चलचित्र का प्रक्षेपण !

वीर सावरकर

मुंबई राष्‍ट्र हेतु सर्वस्‍व अर्पण करनेवाले क्रांतिकारियों के शिरोमणि वीर सावरकर की १३८ वीं जयंती २८ मई के दिन मनाई गई । इस अवसर पर महाराष्‍ट्र के साथ ही भारत के अनेक राज्‍यों में विशेष ‘ऑनलाइन’ कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था । इस पृष्‍ठभूमि पर ‘सनातन प्रभात’ समाचारपत्र समूह के द्वारा भी ‘यू ट्यूब’ चैनल द्वारा वीर सावरकर के जीवन पर आधारित चलचित्र प्रसारित किया गया । मराठी, हिन्‍दी, कन्‍नड और अंग्रेजी भाषाआें में बनाए गए इन चलचित्रों को हिन्‍दुआें का उत्‍स्‍फूर्त प्रतिसाद प्राप्‍त हुआ ।

१. वीर सावरकर ने अंडमान के कारागृह में नरक यातनाएं भोगीं । वर्ष १९२० में उनकी मुक्‍ति हेतु पूर्ण भारत में आंदोलन किए गए । जनप्रक्षोभ के आगे १० वर्ष उपरांत घुटने टेककर ब्रिटिशों ने सावरकर को अंडमान से मुक्‍त कर रत्नागिरी के कारागृह में स्‍थानबद्ध किया ।

२. कुछ दिन पूर्व ही इस घटना को १०० वर्ष पूर्ण हुए हैं । इस अवसर पर ‘सनातन प्रभात’ समाचारपत्र समूह ने अपने ‘यू ट्यूब चैनल’ द्वारा अंडमान के ‘काला पानी’ में सावरकर के भोगे अत्‍याचारों की जानकारी देनेवाला चलचित्र प्रसारित किया ।

३. विविध सामाजिक माध्‍यमों ने भी व्‍यापक स्‍तर पर इस चलचित्र को समाज तक पहुंचाया । इस चलचित्र को सहस्रावधि लोगों ने देखा तथा सभी ने ‘सनातन प्रभात’ के विविध स्‍थानों के प्रतिनिधियों को ‘भविष्‍य में भी इस प्रकार के चलचित्र बनाकर राष्‍ट्र और धर्म के संदर्भ में जागृति करने का’ आवाहन किया ।

४. सावरकर पर किए गए अत्‍याचारों का वर्णन करनेवाले चलचित्र बनाने में वर्ष २००१ में प्रसारित हुए सुप्रसिद्ध हिन्‍दी चित्रपट ‘वीर सावरकर’ के निर्माता ‘सावरकर दर्शन प्रतिष्‍ठान’ संगठन का विशेष सहयोग प्राप्‍त हुआ ।

वीर सावरकर द्वारा भोगी यातनाओं का वर्णन करनेवाला चलचित्र निम्‍न मार्गिका पर उपलब्‍ध है :
https://sanatanprabhat.org/marathi/481406.html