अफगानिस्तान में रमजान के माह में २०० बम विस्फोटों में २५५ मारे गए तथा ५०० चोटग्रस्त हुए !
मुसलमानों के लिए रमजान एक पवित्र महीना माना जाता है ; परंतु उस समय भी, जिहादी आतंकवादी अपने धर्मियों की हत्या कर राक्षसी आनंद लेते हैं, जो दर्शाता है कि धर्म के प्रति उनका प्रेम पाखंड है ! ध्यान दें कि विश्व का कोई भी इस्लामिक राष्ट्र इस विषय में मुंह नहीं खोलता है !
काबुल (अफगानिस्तान) – तालिबान ने रमजान के पवित्र महीने में, अफगानिस्तान में, १५ आत्मघाती एवं २०० अन्य बम विस्फोट किए । कुल २५५ नागरिक मारे गए तथा ५०० से अधिक चोटग्रस्त हुए । गत महीने से आतंकवादी आक्रमणों में मरने वालों की संख्या में २० प्रतिशत की वृद्धि हुई है । अफगानिस्तान ने तालिबान द्वारा ईद की पूर्व संध्या पर किए गए तीन दिवसीय युद्ध विराम की घोषणा का स्वागत किया है, तथा उसने भी युद्ध विराम की घोषणा की है ।
अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा, ‘मैं सुरक्षाबलों को धन्यवाद देता हूं ; क्योंकि, उन्होंने ८०० से अधिक आक्रमणों को रोका तथा ८०० से अधिक आतंकवादियों को बंदी बनाया ।’
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने ट्वीट किया, ‘हमने पुलिस, गुप्तचर का मुख्यालय एवं सेना के ठिकानों पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया है । अनेक सैनिक मारे गए हैं, तो अनेक चोटग्रस्त हुए हैं । अनेकों का अपहरण कर लिया गया है । सैनिकों के गोला-बारूद एवं वाहन जब्त कर लिए गए हैं ।’