कोरोना बाधित मृत देहों से वस्त्र चुराकर उस पर ‘ब्रांडेड’ आस्थापनों के लोगो लगाकर वे विक्रय करनेवाली टोली गिरफ़्तर !
स्वतंत्रता के पश्चात आज तक के शासनकर्ताओं द्वारा समाज को साधना के पाठ पढाना तो दूर ; परंतु साधारण नैतिक मूल्य का भी पाठ न देने का परिणाम !
मृतकों के सिर से मक्खन खाने वाले ऐसी विकृत मानसिकता वालों को सरकार ने कारागृह में बंदी बनाना चाहिए !
बागपत (उत्तर प्रदेश) – स्मशान घाट पर करोना बाधित मृत व्यक्तियों के शरिरों के वस्त्रों पर ‘ब्रांडेड’ आस्थापनाओं के लोगो लगाकर उसका विक्रय करने वाली ७ लोगों की टोली को पुलिस ने बंदी बना लिया है । श्रीपाल जैन, आशीष जैन, राममोहन, अरविंद जैन, ईश्वर, वेदप्रकाश एवं मोबीन, इन आरोपियों के नाम हैं । पुलिस ने बडी संख्या में वस्त्र हिरासत में लिए हैं ।
बडौत पुलिस थाने के निरीक्षक अजय शर्मा द्वारा दी गई सूचना के अनुसार, ९ मे के दिन परिवहन बंदी के संदर्भ में पुलिस जांच के दौरान एक गाडी में ‘ब्रांडेड’ वस्त्र पुलिस को दिखाई दिए । पुलिस को इस संदर्भ में आशंका होने के कारण, उन्होंने कपडे के क्रय से संबंधित बिल एवं अन्य दस्तावेज मांग लिए ; मात्र गाडी ले जाने वालों के पास गाडी में विद्यमान वस्तुओं के संदर्भ में कुछ भी दस्तावेज नहीं थे । तब पुलिस द्वारा पूछताछ करने के उपरांत, उन्होंने कोरोना से मृत देहों से वस्त्र चुराकर विक्रय करने की स्वीकृति दी । गत २ वर्षों से उनकी यह गतिविधि चल रही है, ऐसा पुलिस के सूत्रों ने बताया है ।