गिल्बर्ट सेबेस्टियन, केरल के एक सहायक प्राध्यापक का हिन्दू और हिन्दुत्ववादी संगठनों पर कटु व्यंग्य !

(कहते हैं)  भाजपा ने भारत में उसी पद्धति का अनुसरण किया, जो हिटलर और मुसोलिनी ने सत्ता  प्राप्त करने के लिए की थी ! ‘

बीजेपी को हिटलर और मुसोलिनी जैसे तानाशाहों के समानांतर बैठानेवाले एक ईसाई प्राध्यापक  का वैचारिक आतंकवाद जो अपनी हिन्दू-विरोधी खुजलि का इस प्रकार शमन करता है ! ऐसे प्राध्यापक  छात्रों को बुद्धिभ्रमित करते हैं और उन्हें हिन्दुओं के विरुध्द  भड़काते हैं । इसलिए समाज में धार्मिक दरार पैदा करने वाले ऎसे लोगों के विरुद्ध  कार्रवाई होनी चाहिए !

ध्यान दें कि हिन्दुत्ववादी संगठनों की आलोचना करने वाले कट्टरपंथी चर्च में अनैतिकता का प्रसार करनेवाले ईसाई प्राध्यापक  चर्च में पादरियों  द्वारा नन और बच्चों के बलात्कार के बारे में बात नहीं करते हैं । 

 इसमें कोई संदेश नहीं है कि इस तरह के कट्टर ईसाई प्रोफेसर कम्युनिस्ट शासित राज्य में खुले स्वतंत्र घूमते रहेंगे!

कासारगोड : कासारगोड में केन्द्रीय विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर गिल्बर्ट सेबस्टियन ने एक ऑनलाइन क्लास के दौरान हिन्दुओं और हिन्दुत्ववादी संगठनों के संबंध में विषवमन किया । गिलबर्ट सेबेस्टियन ने “समाजवाद और नाझीवाद” के विषय को पढ़ाते हुए कहा, ’’जिस तरह से जर्मनी में हिटलर और इटली में मुसोलिनी आर्थिक समृद्धि का वादा करके सत्ता में आए थे, उसी पद्धति का अनुसरण भारत में भाजपा ने किया है ।” (यह सर्वविदित है  कि जर्मनी में हिटलर और इटली में मुसोलिनी के विरुद्ध  बोलने वालों के साथ क्या हुआ। अगर भाजपा ने तानाशाही ढंग से काम किया होता, तो क्या सेबस्टियन यह कहने के लिए बचते ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात), गिल्बर्ट सेबस्टियन केन्द्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ के सचिव हैं। केरल में केंद्रीय विश्वविद्यालय में वे अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और राजनीति के  सहायक प्राध्यापक  हैं।

इस शिक्षावर्ग में  उन्होंने हिन्दुओं के शुभ चिन्ह स्वस्तिक की तुलना नाझियों द्वारा इस्तेमाल किए गए क्रॉस के प्रतीक के साथ की।

(कहते हैं) ‘संघ भाजपा का चरमपंथी संगठन है!’

सेबेस्टियन ने कहा जिस तरह इटली में मुसोलिनी की राजनीतिक पार्टी को “ब्लैकशर्ट” (मुसोलिनी के हथियारबंद संगठन के रूप में वर्णित किया, जिसने विरोध प्रदर्शनों को तोड़ने के लिए हिंसक साधनों का इस्तेमाल किया), इसलिए आगे चलकर हिटलर ने भी जर्मनी में “भूरा  शर्ट संगठन ” स्थापित किया। (क्या ऐसे प्रोफेसर जो देशभक्त और हिन्दुत्ववादी संगठन पर हमला करते हैं, कभी उन ईसाई संगठनों के बारे में बात करते हैं, जो हिन्दुओं को धोखा देते हैं और धर्मांतरण करते हैं; इससे इस  कट्टर धर्मनिष्ठ ईसाई प्राध्यापक  का संघ के प्रति पराकोटी का द्वेष दिखार्इ देता  है। केरल में  कम्युनिस्टों द्वारा संघ कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है! (सेबस्टियन को इन कम्युनिस्ट संगठनों, जिहादी संगठनों के विरुद्ध बोलने का दुस्साहस दिखाना चाहिए! – संपादक) 

उत्तर भारत में महिलाओं  पर  बढ़ते अत्याचार के लिए,  हिन्दुओं को जिम्मेदार रहने का घृणित आरोप !

उत्तर भारत में महिलाओं के विरुद्ध होनेवाले अत्याचारों में वृद्धि के लिए हिन्दू जिम्मेदार हैं। जिस व्यक्ति ने निर्भया (दिल्ली में एक युवती की बेरहमी से हत्या) को यातना दी थी, वह इसार्इ एक नियमित उपासक था। (सेबस्टियन को चर्च में प्यार और शांति सिखाने वाले कामुक पादरियों द्वार किए जानेवाले  यौन शोषण के संबंध  में बात करनी चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) सेबस्टियन ने कहा कि इस प्रकरण से  हिन्दुओं का पाखंड उजागर हुआ है। (हिन्दुओं के कथित पाखंड के बारे में बात करने वाले कट्टरपंथी ईसाई उनके  संप्रदाय के पाखंडी लोगों के बारे में बात नहीं करते हैं! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)