बंगाल में ४ में से एक व्यक्ति हो रहा है कोरोना पीडित !

  • विधानसभा चुनाव के प्रचार का दुष्परिणाम !

  • चुनाव आयोग और सभी पाटिर्यों के नेता इसके लिए उत्तरदायी होने के कारण वे इसके लिए प्रायश्चित लेंगे क्या ?

कोलकाता (बंगाल) – बंगाल में पिछले एक माह से ८ स्तरों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं । कोरोना की दूसरी लहर में हो रहे इस चुनाव के कारण कोरोना पीडितों की संख्या तेज गति से बढ रही है ।बंगाल की राजधानी कोलकाता में आर.टी.पी.सी.आर. जांच करने पर प्रत्येक दूसरा व्यक्ति कोरोना पीडित निकल रहा है । राज्य में अन्य स्थानों पर प्रत्येक ४ में से एक व्यक्ति कोरोना पीडित निकल रहा है । इसकी मात्रा एक माह में ५ गुना बढी है । एक सरकारी डॉक्टर के अनुसार कोरोना पीडितों की मात्रा इससे अधिक है । लक्षण न होने वालों की संख्या अधिक है । ऐसे लोग जांच नही करवा रहे हैं ऐसा सामने आया है ।

एक माह पूर्व ही चुनाव आयोग को नोटिस भेजकर चुनावी रैलियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी !

उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महासंचालक विक्रम सिंह ने कहा कि, हमने एक माह पूर्व चुनाव आयोग को नोटिस भेजा था । बंगाल में कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया जा रहा है, ऐसा ध्यान में लाकर दिया था । चुनावी सभाओं पर प्रतिबंध लगाएं । ऐसी मांग हमने उस समय की थी; लेकिन उस ओर दुर्लक्ष किया गया । आयोग ने सही समय पर कदम उठाए होते, तो यह समय नहीं आता ।