कोरोना संकट के समय धर्म, अध्यात्म और रामचरितमानस का पठन औषध के समान लाभदायक ! – रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
जनता को इस विषय मे कार्य करना आवश्यक है । इसलिए, राजनाथ सिंह को, शासन की ओर से सूचित कर, जनता से साधना करवानी चाहिए ।
लक्ष्मणपूरी (उत्तर प्रदेश) – कोरोना के युद्ध में धर्म और अध्यात्म का संबंध औषध के रुप में काम करेगा, ऐसा प्रतिपादन केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यहां एक कार्यक्रम में किया । ‘कोरोना पीडितों को ठीक करने के लिए सस्वर रामचरितमानस का पठन करना भी वरदान सिद्ध हो सकता है’, ऐसा भी उन्होंने कहा ।
इस समय लोकगायिका मालिनी अवस्थी ने कहा कि, सस्वर श्री रामचरितमानस का अर्थ सहित गायन लोगों का ध्यान नकारात्मक सूचना और समाचारों से सकारात्मकता की ओर जाने में अधिक लाभदायक सिद्ध हो सकता है ।
कोरोना काल में धर्म से जुडकर रहना महत्वपूर्ण ! – स्वामी अविमुक्तेश्वरानंदद्वारका और ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती के उत्तराधिकारी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि, कोरोना काल में धर्म और अध्यात्म से जुडकर रहना महत्व का है । लोगों ने शास्त्र, वेदों का पठन करने का यह योग्य समय है । इसका भरपूर उपयोग कर लोग स्वयं को इस महामारी से बचा सकते हैं । |