लक्ष्मणपुरी (लखनऊ) के सेवानिवृत्त जनपद न्यायाधीश की पत्नी की कोरोना के कारण मृत्यु !

प्रशासन द्वारा दिए गए फोन क्रमांक पर संपर्क करने के उपरांत भी कोई प्रतिसाद नहीं मिलने का विपरीत प्रभाव !

  • भाजपा शासित राज्य में ऐसी घटना होने की अपेक्षा देशभक्त नहीं करते । ऐसी घटनाएं न हो, इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कठोर कदम उठाने चाहिए !
  • यदि सेवानिवृत्त न्यायाधीश की कोरोनाबाधित पत्नी को उपचार नहीं मिल रहे हैं, तो साधारण व्यक्ति का क्या होता होगा ; इस विषय में नहीं सोचेंगे तो ही अच्छा है !

 

लक्ष्मणपुरी (लखनऊ, उत्तर प्रदेश) – यहां के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश ने अपनी कोरोना पीडित पत्नी के उपचार के लिए प्रशासन से संपर्क किया था । प्रशासन द्वारा दिए गए दूरध्वनी क्रमांक पर संपर्क करने उपरांत भी उपचार न मिलने के कारण उसकी मृत्यु होने की घटना सामने आई है । इस विषय में स्वयं सेवानिवृत्त न्यायाधीश द्वारा लिखा गया एक पत्र सामाजिक माध्यमों में प्रसारित हो रहा है ।

शहर के गोमती नगर के ६७ वर्षीय सेवानिवृत्त जनपद न्यायाधीश रमेश चंद्र ने पत्रमें लिखा है, ‘मैं १४ अप्रैल को प्रातः ७ बजे से प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए फोन क्रमांक पर संपर्क कर रहा था ; परंतु न कोई औषधियां देने के लिए घर आया न ही चिकित्सालय में भर्ती कराने की प्रक्रिया की गई । इसी कारण मेरी पत्नी, मधु चंद्रा, की मृत्यु हो गई । वर्तमान में, उसका मृतदेह ले जाने वाला कोई नहीं है । कृपया मेरी सहायता कीजिए ।’