श्रीरामनवमी के दिन रामराज्य स्थापना का संकल्प करें !
प्रभु श्रीराम नित्य धर्माचरण व धर्माधिष्ठित राज करनेवाले आदर्श शासक एवं मर्यादा पुरुषोत्तम हैं ! रामराज्य में प्रजा का जीवन समृद्ध और अपराध, भ्रष्टाचार इत्यादि से रहित था । आइए, ऐसा आदर्श राज्य स्थापित करने का दृढ निश्चय करें !
रामराज्य साकार करना, आपके हाथों में !
रामराज्य में प्रजा धर्मपरायण थी । इसीलिए उसे श्रीराम जैसे सात्त्विक शासक के साथ आदर्श राज्य प्राप्त हुआ । उसी प्रकार, हम भी यदि धर्मपरायण एवं ईश्वर-भक्त बनें, तो आज भी उस समय का रामराज्य साकार हो सकता है !
गुणवान बनने के लिए श्रीरामरक्षास्तोत्र का नित्य पाठ करें !
श्रीरामरक्षास्तोत्र के नित्य पठन से हमारी देह के सर्व ओर सूक्ष्मरूप से सुरक्षा-कवच बनता है । इस स्तोत्र में श्रीराम का गुणवर्णन है । इससे श्रीराम के गुण आत्मसात होते हैं ।
श्रीरामनवमी उत्सव भावपूर्ण होने हेतु यह करेें !
- स्त्रियां नौ गज की साडी एवं पुरुष धोती-कुर्ता या कुर्ता-पजामा जैसे सात्त्विक परिधान धारण कर श्रीरामनवमी उत्सव मनाएं !
- विद्यार्थियों के लिए ’श्रीरामरक्षास्तोत्र’ पठन प्रतियोगिता, अखंड ‘रामनाम जप’ जैसे कार्यक्रम आयोजित करें !
- उत्सव स्थल पर कर्कश स्वर में संगीत बजाना, विद्युत-सज्जा, पटाखे जलाना आदि रज-तमात्मक कृत्य न करें !
- शोभायात्रा में झांझ-मंजीरा, ढोल-मृदंग आदि सात्त्विक वाद्य बजाएं ।