होली की पवित्रता की रक्षा हेतु असामाजिक तत्त्वों पर कार्यवाही करें ! – हिन्दू जनजागृति समिति
हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश राज्य में प्रशासन को निवेदन
वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – होली, दुष्प्रवृति और अमंगल विचारों का नाश कर सत्य का मार्ग दिखानेवाला उत्सव है । दुर्भाग्य से इस उत्सव को विकृत स्वरूप प्राप्त हो गया है । इसलिए सामाजिक तनाव और महिलाआें पर अत्याचारों में वृद्धि हुई है । धार्मिक त्योहारों की पवित्रता की रक्षा हेतु हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा उत्तर प्रदेश के वाराणसी, बिहार के पटना और हाजीपुर में प्रशासन को निवेदन दिया गया ।
कुछ नास्तिकों द़्वारा ‘कचरे की होली करें’, ‘होली में प्रसाद अर्पण करने के बजाय वह गरीबों को दान करें’, ऐसे अधार्मिक और श्रद्धा को हानि पहुंचानेवाले उपक्रम चलाएं जाते हैं । साथ ही नशीले पदार्थों का सेवन करना, रेव्ह पार्टियों का आयोजन करना, सार्वजनिक स्थानों पर रंग खेलना, मद्यपान-धूम्रपान करना और मदिरा परोसना आदि पर प्रतिबंध लगाएं, साथ ही ऐसे असामाजिक कृत्य करनेवालों पर कठोर कार्यवाही की जाए’, ऐसी मांग इस निवेदन द्वारा की गई है । (प्रशासन से ऐसी मांग करनी क्यों पडती है ? – संपादक)
इंदौर (मध्य प्रदेश) – ‘होली और रंगपंचमी के समय होनेवाले अनाचार रोककर इस अवधि में महिलाआें की सुरक्षा के लिए आवश्यक सतर्कता रखें’, ऐसा निवेदन हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से यहां के अतिरिक्त जिलाधिकारी हिमांशु चंद्रा को दिया गया । इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से श्रीमती पुष्पा सावंत और श्री. बेनीसिंह रघुवंशी उपस्थित थे ।