‘नेटफ्लिक्स’ को ‘बॉम्बे बेगम्स’ वेब सिरीज का प्रसारण रोकने की राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की नोटिस
वेब सिरीज के माध्यम से छोटे बच्चों के यौन संबंधों का चित्रीकरण
केंद्र सरकार ने वेब सिरीज के लिए बनाए गए नियमों के कारण वेब सिरीज बनानेवालों पर कोई भी असर नहीं है, इससे यह ध्यान में आता है ! इसीलिए उच्चतम न्यायालय के कहेनुसार ऐसा चित्रण रोकने के लिए कानून ही चाहिए !
मुंबई – ‘बॉम्बे बेगम्स’ इस नेटफ्लिक्स इस ओ.टी.टी. मंच के वेब सिरीज प्रसारण पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने (एन.सी.पी.सी.आर. ने) प्रतिबंध लगाने की मांग की है । ८ मार्च विश्व महिला दिवस के दिन यह वेब सिरीज प्रदर्शित की गई है । इसमें छोटे बच्चों के यौन संबंधों का चित्रण दिखाए जाने का आरोप होने के कारण एन.सी.पी.सी.आर. ने प्रतिबंध लगाने की मांग की है । ‘इस वेब सिरीज का प्रक्षेपण रोका जाए’, ऐसी नोटिस भी नेटफ्लिक्स को भेजी गई है । उसपर २४ घंटे के अंदर स्पष्टीकरण देने की मांग की गई है । ‘ऐसा न करने पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी’, ऐसी चेतावनी दी गई है ।
NCPCR asks Netflix to stop streaming ‘Bombay Begums’ over the inappropriate portrayal of children in the web-series: Detailshttps://t.co/GFbndq7ZJa
— OpIndia.com (@OpIndia_com) March 12, 2021
१. ‘बॉम्बे गेम्स’ में छोटे बच्चों को यौन संबंध करते हुए और नशीले पदार्थों का सेवन करते हुए दिखाया गया है । ‘इस प्रकार के चित्रण के कारण समाज पर विपरीत परिणाम होता है । समाज में गलत संदेश जाता है । इस कारण छोटे बच्चों पर अत्याचारों का प्रमाण बढ सकता है । ऐसे दृश्य गलत घटनाओं को प्रोत्साहन देते हैं’, ऐसा आरोप एन.सी.पी.सी.आर. ने नेटफ्लिक्स के विरोध में किया है ।
२. वेब सिरीज में तिलक लगाए हुए एक नेता दिखाया गया है । वह श्रीमद्भगवदगीता का संदर्भ देते हुए ‘पुरूषों की भावनाओं को संतुष्ट करना स्त्री का सर्वोच्च धर्म है’, ऐसा कहते हुए भी दिखाया गया है । (इस वेब सिरीज के माध्यम से ‘श्रीमद्भगवदगीता यह स्त्री विरोधी है’, ऐसा दिखाने का अभद्र प्रयास किया गया है । ऐसी वेब सिरीज का हिंदूओं को संवैधानिक मार्ग से विरोध करना आवश्यक ! – संपादक)
३. इस वेब सिरीज में पूजा भट्ट की मुख्य भूमिका होकर मुंबई के विविध क्षेत्रों की ५ महिलाओं के जीवन पर यह वेब सिरीज आधारित है ।