रा.स्व. संघ ने उनके साथ छल कपट कर श्रीराम मंदिर के लिए दान लिया, ऐसे कहते हुए केरल में कांग्रेस विधायक आगबबूला !

यदि मुसलमान समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हो तो क्षमायाचना करता हूं !

  • एल्धोस कुन्नाप्ली को हिंदुओं को बताना चाहिए कि भगवान राम के मंदिर के लिए दान करने से मुसलमानों की धार्मिक भावनाएं कैसे आहत होती हैं ! यदि कांग्रेस ऐसी मानसिकता के साथ व्यवहार कर रही है, तो यह उसका हिंदूद्वेष ही है ! 
  • इफ्तार पार्टियों में इस्लामी गोल टोपी पहनकर जाने वाले, कभी हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए क्षमायाचना करते हैं क्या ?

कोच्चि (केरल) – “मेरी प्रवृत्ति के अनुसार, मैंने रा.स्व.संघ के कार्यकर्ताओं को, सामान्य रूप से अन्य मंदिरों को देते हैं, उसी प्रकार १ हजा रुपये का दान दिया है । शीघ्र ही हिंदुत्ववादी संगठनों ने यह समाचार फैलाना आरंभ किया कि वह अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए है । मैं एक धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति हूं तथा उन्होंने मुझे मूर्ख बनाया ।” (ध्यान दें कि, कांग्रेस नेता ने एक नई परिभाषा दी है कि, यदि हिंदू मंदिर को धन अर्पण किया, तो वह धर्मनिरपेक्ष नहीं रहता ! क्या कांग्रेसवालों को यही लगता है कि, यदि धन किसी चर्च या मस्जिद को दिया जाता है, तब वह धर्मनिरपेक्षता है ? – संपादक) संघ को नैतिक रूप से राजनीति करनी चाहिए । (संघ से नैतिकता की अपेक्षा रखने वाले कितने नैतिक हैं, यह लोग जानते हैं ! – संपादक) केरल में कांग्रेस के विधायक, एल्धोस कुन्नाप्ली ने कहा, ‘यदि मेरे द्वारा श्री राम मंदिर के लिए भुगतान किए जाने के समाचार से मुसलमान समुदाय की भावनाएं आहत हुई हो तो मैं उनकी क्षमायाचना करता हूं ।’ ऐसा कहते हुए हुए उन्होंने संघ पर छल कपट करने का आरोप लगाया । (मुसलमानों का तुष्टीकरण करनेवाले कांग्रेस विधायक ! – संपादक)

तीन कार्यकर्ताओं के साथ श्रीराम मंदिर वास्तू के छवि सहित कार्ड लेते हुए कुन्नाप्ली का छायाचित्र सोशल मीडिया पर बडी मात्रा में प्रसारित हुआ था । परंतु, ‘रा.स्व.संघने मुझे भ्रमित कर यह बताया कि यह दान दूसरे मंदिर के लिए है’, कुन्नाप्ली ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं हिंदुत्ववादी संगठनों ने उनके साथ छल किया । (धर्माभिमानी हिंदुओं एवं रामभक्तों की भक्ति तथा समर्पण के कारण, अयोध्या में श्री राममंदिर का निर्माण किया जाएगा, जिसके लिए हिंदुओं को एल्धोस कुन्नाप्ली जैसे कांग्रेस नेताओं के धन की आवश्यकता नहीं है ! – संपादक )