हिन्दू धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली वेब श्रृंखलाओं पर नियंत्रण (सेंसरशिप) लाएं ! – लोकसभा में एकमत से भाजपा सांसदों की मांग
मूलत: ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? इस पर सरकार का ध्यान क्यों नहीं है ? ऐसी मांग करने की आवश्यकता प्रतीत हो, यह हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं है ! भाजपा के सांसदों द्वारा सरकार के साथ तब तक इस मांग का गहन अनुसरण (फॉलोअप)करना चाहिए जब तक ऐसी वेब श्रृंखलाओं के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जाती !
नई देहली : लोकसभा में भाजपा सांसदों ने वेब श्रृंखलाओं पर नियंत्रण लाने की मांग की है क्योंकि वेब श्रृंखलाओं के माध्यम से हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान कर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत की जा रही हैं ।
लोकसभा में भाजपा के विभिन्न सांसदों द्वारा रखी गई मांगें
१. मनोज कोटक ने कहा कि वेब श्रृंखला में अनावश्यक हिंसा, मद्यपान एवं हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करने का चित्रीकरण दर्शाया जाता है । सरकार को हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने का प्रकरण बंद कर वेब शृंखलाओं को नियंत्रित करना चाहिए ।
२. किरीट सोलंकी ने कहा कि वेब श्रृंखला के माध्यम से भारतीय संस्कृति पर आक्रमण हो रहा है । इससे युवा पीढी पर विपरीत प्रभाव पड रहा है । सरकार को ओटीटी एप्स के विरुद्ध कार्रवाई कर उन पर प्रतिबंध लगाना चाहिए ।
३. सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि भ्रमणभाष पर वेब शृंखलाओं के माध्यम से हिंसा, अपशब्द आदि दिखाया जा रहा है । धार्मिक भावनाओं को आहत किया जा रहा है । इसलिए उनपर नियंत्रण होना ही चाहिए ।
४. विनोद कुमार सोनकर ने भी वेब श्रृंखला पर नियंत्रण की मांग की । एक वेब श्रृंखला के एक चरित्र का उल्लेख करते हुए, उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक उद्योग इसके कारण अपकीर्त हो रहा है ।