किसानों का १८ फरवरी को देशव्यापी रेलवे बंद आंदोलन
बंद का अर्थ है जनता को बंधक रखकर स्वयं के स्वार्थ को सिद्ध करना ! ऐसे बंद के कारण देश की हजारों करोड रुपए की हानि होती है, जो ऐसे आंदोलन करने वालों से वसूल की जानी चाहिए, अन्यथा उन्हें कारावास में डालना चाहिए !
नई दिल्ली – पिछले ७५ दिनों से दिल्ली की सीमा पर कृषि कानून रद्द करने के लिए आंदोलन करने वाले किसानों ने १८ फरवरी को देशव्यापी रेलवे बंद आंदोलन करने की घोषणा की है । संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में यह निर्णय लिया गया है । दोपहर १२ से ४ ,ऐसा ४ घंटे का यह आंदोलन किया जाएगा ।
A body of farmer unions announced a four-hour nationwide rail roko (railway blockade) to be held from 12 pm to 4 pm on 18 February in a bid to escalate the protest against the Centre’s three agriculture laws.
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— Yahoo India (@YahooIndia) February 11, 2021
आंदोलन का एक भाग और यह कि आंदोलनकारियों ने १२ फरवरी को राजस्थान के रस्तों पर टोल वसूली न करने देने का निर्णय लिया है । इसके साथ १४ फरवरी को देशभर में मोमबत्ती मार्च और मशाल मार्च निकाला जाएगा । पुलवामा आक्रमण में शहीद हुए सैनिकों के सम्मान में यह मार्च निकाला जाएगा ।