केवल तंबाकू से ही नहीं, बल्कि मैदा, पापकार्न, आलू के चिप्स, प्रसंस्कृत मांस आदि के कारण होता है कैंसर रोग !
विश्व स्वास्थ्य संगठन की जानकारी
नई दिल्ली – विश्व स्वास्थ्य संगठन की जानकारी के अनुसार कैंसर रोग विश्व में मृत्यु का दूसरा कारण है । वर्ष २०१८ में ९६ लाख लोगों की मृत्यू कैंसर के कारण हुई । कैंसर होने के पीछे रोज की जीवनशैली और भोजन की आदतों का प्रभाव होता है, ऐसा इस संगठन ने कहा है । मैदा, पापकार्न, आलू के चिप्स, प्रसंस्कृत मांस आदि के कारण कैंसर रोग होने की जानकारी सामने आई है । पैकबंद खाद्य पदार्थों से मिलावट युक्त खाद्य पदार्थों के कारण स्वास्थ्य बिगडने की शिकायते चालू होती हैं । यदि कैंसर से हमेशा के लिए दूर रहना है, तो कुछ बातों से दूर रहना चाहिए ।
१. सोडा,जो प्रकृति के लिए घातक है ,इसका मात्रा से अधिक सेवन करने से मृत्यु भी हो सकती है । इसमें शक्कर की मात्रा अधिक होती है जिस कारण कैंसर की कोशिकाएं बढती हैं । इसमें कोई भी पोषक तत्व नहीं होता है । कृत्रिम रंग और रसायन के कारण यह घातक बना रहता है ।
२. माईक्रोवेव बैग में पापकार्न बनाया जाता है । इसमें ‘पीएफओए’ इस नाम का घटक मिलाया जाता है । इस कारण यकृत. मूत्राशय आदि का कैंसर हो सकता है । जब पापकार्न माईक्रोवेव बैग में भूना जाता है, तब पीएफओए ,यह घटक पापकार्न पर एक परत बनाता है । पापकार्न केवल गैस या स्टोव पर बनाते हैं, तो प्राकृतिक होता है और हानिकारक नहीं होता है; लेकिन माईक्रोवेव में बनाने पर घातक होता है ।
३. प्रसंस्कृत मांस मे कैंसर रोग निर्माण करने वाले घटक होते हैं । इस कारण इसका प्रयोग करना टालना चाहिए ।
४. मदिरा का नियमित सेवन करने से उसका परिणाम यकृत और गुर्दे पर होता है । इस कारण कैंसर का खतरा अधिक होता है ।
५. मैदे के कारण भी कैंसर होता है, यह सत्य है । मैदा बनाते समय उसका सफेद रंग क्लोरीन गैस के कारण आता है । साथ ही उसका ‘ग्लाइसेमिक इंडेक्स’ अधिक होता है जिस कारण खून में शक्कर की मात्रा को नियंत्रित रखने वाले इंसुलिन का स्तर बढता है ।
६. आलू के चिप्स में बडी मात्रा में नमक और संतृप्त वसा होता है । इसका शरीर पर बुरा परिणाम होता है । साथ ही इसमें ‘एक्रिलामायड’ होता है जो एक कार्सिनोजेनिक रसायन है । इस कारण कैंसर का खतरा बढता है । यह रसायन सिगरेट में भी पाया जाता है, जो सिगरेट को अधिक खतरनाक बनाता है ।