साधको, वैकल्पिक स्थान पर घर अथवा स्थान खरीदते अथवा किराए पर लेते समय होनेवाली ठगी से बचने के लिए सतर्क रहें !

     आपातकाल की तैयारी की दृष्‍टि से वर्तमान में कुछ साधक वैकल्‍पिक स्‍थान पर घर अथवा भूमि खरीदने का प्रयत्न कर रहे हैं तथा कुछ साधक किराए पर घर ले रहे हैं । कुछ साधक उनके अपरिचित स्‍थान पर घर अथवा स्‍थान खरीदते हैं, तब संपत्ति खरीद-बिक्री में शामिल कुछ लोग अत्‍यधिक मूल्‍य बताकर साधकों को ठग रहे हैं, ऐसा पता चला है । इसी प्रकार घर के किराए के लिए भी अत्‍यधिक किराया लिया जा रहा है । अपरिचित स्‍थान पर घर अथवा स्‍थान खरीदते समय साधक परिचित स्‍थानीय साधकों की परस्‍पर सहायता लेते हैं; परंतु सहायता करनेवाले साधकों को भी इस क्षेत्र में अनुभव न हो, तो उन्‍हें भी ठगा जाता है, ऐसा ध्‍यान में आया है ।

     घर अथवा स्‍थान की खरीद अथवा घर किराए पर लेते समय होनेवाली ठगी से बचने के लिए साधकों को किस क्षेत्र में स्‍थलांतरित होना है, इस विषय में वे स्‍वयं के उत्तरदायी साधकों को सूचित करें । उत्तरदायी साधक ऐसे साधकों से प्राप्‍त हुई जानकारी, वे साधक जिस जिले में स्‍थलांतरित होने के इच्‍छुक हैं, उस जिले के उत्तरदायी साधकों को सूचित करें ।

     साधक स्‍थलांतरित होते समय अलग-अलग गांवों अथवा तहसील में अकेले न रहें तथा साधना की दृष्‍टि से परस्‍पर पूरक होने के लिए सुविधाजनक किसी एक गांव में अथवा तहसील में आस-पास घर लेकर रहने का नियोजन करें । इस प्रकार एकत्रित रहने का नियोजन करनेवाले साधकों के समूह में उक्‍त इच्‍छुक साधकों को समाविष्‍ट करने का नियोजन उत्तरदायी साधक करे ।

अ. जिस जिले में स्‍थलांतरित हो रहे हैं, उस जिले के उत्तरदायी साधकों का दायित्‍व

१. जिले में साधक किस-किस क्षेत्र में समूह में रहनेवाले हैं, इसकी जानकारी स्‍थलांतर करने हेतु इच्‍छुक साधक को दें तथा ऐसे समूह के स्‍थान पर चुना हुआ घर अथवा भूमि का मूल्‍य स्‍थानीय भाव के अनुसार उचित है कि नहीं, यह तय करने के लिए जिले के इस क्षेत्र के अनुभवी साधक अथवा हितचिंतकों को उस साधक से जोड दें ।

आ. स्‍थलांतरित होने के इच्‍छुक साधक को घर किराए
पर चाहिए हो,
तो उसे भी उपरोक्‍त अनुसार सहायता करें ।

१ आ १. स्‍थलांतरित होने के इच्‍छुक साधकों के लिए सूचना

१. स्‍थलांतरित होने के इच्‍छुक साधक जिले में कितने स्‍थान पर साधक समूह में रहनेवाले हैं, इसकी जानकारी उस जिले के उत्तरदायी साधक से लें । उस जिले में एक से अधिक स्‍थान पर समूह में रहनेवाले हों, उनमें से किस स्‍थान पर उन्‍हें रहना है, यह वे स्‍वयं निश्‍चित करें । उस जिले के उत्तरदायी साधक केवल स्‍थानीय मूल्‍य के अनुसार उस संपत्ति का मूल्‍य उचित है अथवा अनुचित यह तय करने के लिए इस क्षेत्र के अनुभवी साधक अथवा हितचिंतक से मिलवा देंगे ।

२. साधक जिस जिले में स्‍थलांतरित हो रहे हैं, उस जिले के उत्तरदायी साधक के अतिरिक्‍त अन्‍य साधकों से परस्‍पर संपर्क कर किसी प्रकार का लेन-देन करना टालें, ऐसा करना उस साधक का स्‍वयं का दायित्‍व होगा ।

३. घर अथवा भूमि खरीदने अथवा किराए पर लेने के लिए आवश्‍यक सभी कानूनी पक्षों की जांच कर लें ।

४. जिस जिले में स्‍थलांतरित हो रहे हैं उस जिले के उत्तरदायी साधक द्वारा मिलवाए गए साधकों अथवा अन्‍य किसी की जानकारी पर निर्भर न रहें । उस जानकारी की जांच कर लें । खरीद की संपूर्ण प्रक्रिया के निर्णय का दायित्‍व साधक का स्‍वयं का होगा ।

५. घर किराए पर लेने की संपूर्ण प्रक्रिया के निर्णय का दायित्‍व साधक का स्‍वयं का होगा ।

– श्री. वीरेंद्र मराठे, व्‍यवस्‍थापकीय न्‍यासी, सनातन संस्‍था. (३१.१०.२०२०)

घर व भूमि की खरीद अथवा घर किराए पर लेने की प्रक्रिया में ठगी
करनेवाले या वैसा करनेवाले संदिग्‍ध व्‍यक्‍तियों की जानकारी एकत्र करें !

१. बाजार भाव की अपेक्षा अधिक भाव में घर अथवा भूमि का मूल्‍य लेना

२. कानूनी दृष्‍टि से आवश्‍यक कागजातों की पूर्ति न करना अथवा उस संबंध में संदिग्‍धता रखना

३. साधकों को विक्रय के लिए दिखाई जानेवाली भूमि पर घर बनाने के लिए कानूनी औपचारिकताएं पूर्ण की हुई न होना

४. विविध सुविधाआें के लिए अधिक मात्रा में राशि लेना

५. घर का निर्माण करते समय प्रचलित नियमानुसार चरण दर चरण पैसे न लेकर बडी राशि अग्रिम लेना तथा घर सौंपने से पूर्व ही पूरे पैसे लेना

६. भवन अथवा बंगला बनाने के लिए दिखाई गई भूमि का पंजीकरण न होते हुए लेन-देन करने हेतु कहना

७. स्‍थान अथवा सदनिका खरीदते समय वह नकद खरीदने हेतु कहना तथा वस्‍तु और सेवा कर (‘जीएसटी’ की) पावती नहीं दी जाएगी, यह बताना

८. ‘आप यदि दूसरों को स्‍थान लेने के लिए प्रवृत्त करेंगे तो आपको खरीद में छूट दी जाएगी’, यह बताना

९. ‘मेरे सनातन से निकटवर्ती संबंध हैं’, ‘मैं सनातन का अर्पणदाता अथवा पाठक हूं’, ‘मैं आपके कार्यक्रमों को उद़्‍बोधित करता हूं’, ‘मैं आपके कार्यक्रम आयोजित करता हूं’ आदि असत्‍य जानकारी बताना

१०. अपने पास के सभी प्‍लॉट अथवा सदनिका समाप्‍त हो रहे हैं, ऐसा झूठ कहकर साधकों को शीघ्र लेन-देन करने हेतु प्रेरित करना

     इस प्रकार से साधकों को ठगा जा रहा है । इस प्रकार अथवा अन्‍य किसी माध्‍यम से ठगी हुई हो अथवा किसी ने उस प्रकार का प्रयत्न किया हो, तो साधक उसकी विस्‍तृत जानकारी निम्‍नांकित पते पर लिखित रूप में सूचित करें । उस जानकारी के आधार पर साधकों की होनेवाली ठगी टालने के लिए प्रयत्न कर पाएंगे ।

नाम और संपर्क क्रमांक : श्रीमती भाग्‍यश्री सावंत – 7058885610

डाक पता : श्रीमती भाग्‍यश्री सावंत, द्वारा ‘सनातन आश्रम’, २४/बी, रामनाथी, बांदिवडे, फोंडा, गोवा. पिन – ४०३४०१

संगणकीय पता : sanatan.sanstha2025@gmail.com