बिहार व उत्तर प्रदेश में दत्त जयंती के निमित्त किए प्रयास
समाज को धर्मशिक्षा मिले इस हेतु भगवान दत्तात्रेय की जयंती के अवसर पर समिति द्वारा सनातन संस्था के संयुक्त तत्त्वावधान में अभियान चलाया गया । पूर्वजों को सद़्गति दिलानेवाले तथा २४ गुण गुरु कर सभी को इस चराचर में ईश्वर का रूप मानकर उससे सीखने का उपदेश देनेवाले भगवान दत्तात्रेय के विषय में जानकारी मिले तथा उनकी श्रद्धा बढे इस हेतु १४ प्रवचन और ५ सामूहिक जप का आयोजन हुआ, जिसका लाभ सैकडों श्रद्धालुओं को हुआ । फरीदाबाद तथा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, गाजीपुर, वाराणसी, कानपुर, अयोध्या तथा बिहार के पटना, वैशाली, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर में लोगों का प्रबोधन किया गया । भगवान दत्तात्रेय ब्रह्मा, विष्णु तथा महेश के अंशावतार हैं । ‘श्री गुरुदेव दत्त’ इस प्रकार नाम जपने से हमारे पूर्वजों को सद़्गति मिलती है, ऐसी जानकारी पूरे अभियान में दी गई ।
दत्त जयंती निमित्त ‘ऑनलाइन प्रवचन’ तथा ‘सामूहिक जप’ का नियोजन
२६ दिसंबर २०२० को सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा दत्त जयंती के अवसर पर ‘ऑनलाइन साधना सत्संग’ का आयोजन किया गया । इस सत्संग के माध्यम से देहली की साधिका कु. पूनम चौधरी और श्रीमती राजरानी माहुर ने जिज्ञासुओं का मार्गदर्शन किया । राजरानी माहुर ने भगवान दत्तात्रेय के अवतार, तीर्थक्षेत्र, कार्य की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि दत्त की उपासना कैसे करें व नामजप कैसे करना चाहिए, इससे पितृदोष से रक्षण होता है ।
२९ दिसंबर २०२० को सनातन संस्था की दिल्ली की साधिका कुमारी प्रगति माहुर ने भगवान दत्तात्रेय के बारे में जानकारी दी । कु. अक्षिता गुप्ता ने भगवान दत्तात्रेय का सामूहिक नामजप ऑडियो के माध्यम से करवाया । इस सामूहिक नामजप का देहली और एनसीआर, राजस्थान, मध्य प्रदेश के साधक एवं जिज्ञासु मिलाकर १२२ लोगों ने लाभ लिया ।