पाक में अल्पसंख्यकों के ऊपर हो रहे अत्याचारों की जानकारी देने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ता राहत ऑस्टिन के ऊपर प्राण घातक आक्रमण
कट्टरपंथियों की जिहादी मानसिकता उजागर करने वालों को कट्टरपंथी कभी जीवित छोडेंगे क्या ? ऐसे धर्मांध मानवता के शत्रु हैं। विश्व को उनके विरोध में संघठित होकर उन्हें जड से समाप्त करने के लिए प्रयास करना चाहिए और भारत को इसके लिए आगे आना चाहिए !
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – ५ जनवरी को पाक के मानवाधिकार कार्यकर्ता और पाक में अल्पसंख्यकों पर धर्मांधों द्वारा किए चाकू से आक्रमण करने की घटना हुई । स्वयं ट्वीट करके राहत ऑस्टिन ने इस घटना की जानकारी दी है । उन्हे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है ।
ऑस्टिन ने कहा कि, मुझे नही पता कि, आक्रमण करने वाला कौन था; वह मध्य-पूर्व के देशों से आया था । मैं यदि स्वयं को नहीं बचाता, तो वह मेरा सिर काट देता, जैसा वे अन्यों का करते हैं । यह लोग विश्व में ऐसा काम क्यों कर रहे हैं ? हम कुछ गलत काम नहीं करते । मैं केवल सरकार और मुस्लिम बाहुल्य देशों में धार्मिक अत्याचार, वर्ण द्वेष, नरसंहार, धार्मिक हिंसाचार आदि विषयों पर रिर्पोटिंग कर रहा हूं । जिहाद के नाम पर वे हिंसा कर रहे हैं । वर्ष १९४७ में पाकिस्तान बना, तब हम (अल्प संख्यक) २३ प्रतिशत थे, अब केवल ३ प्रतिशत बचे हैं ।