गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) : सड़क पर खुले आम एक युवक पर आक्रमण कर उसकी हत्या कर दी गई, किंतु निष्क्रिय जनता मूक दर्शक बनी रही !

चित्रीकरण कर वीडियो बनाया किंतु बचाव नहीं किया !

  • यह स्थिति भारतीयों के लिए लज्जास्पद है ! क्या ऐसी घटनाओं के समय संगठित होकर प्रतिकार न करनेवाले लोग, कभी किसी बडी आपात स्थिति में एक दूसरे की सहायता कर पाएंगे ?

  • ऐसी घटनाओं के समय लोगों के आगे न आने का एक कारण बाद में पुलिस द्वारा किया गया उत्पीडन भी है ! चूंकि पुलिस लोगों की मित्र नहीं है, इसलिए लोग सहायता के लिए आगे नहीं आते हैं ; इस पर सरकार और पुलिस प्रशासन को विचार करना चाहिए !

गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) – यहां पर दो व्यक्ति एक व्यस्त सडक पर एक युवक की हत्या कर रहे थे, हत्या को रोकने के बजाय, सडक पर मौजूद लोगों ने इस घटना को  फिल्माया और इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया । आक्रमण के बाद युवक गंभीर हालत में था, किंतु लोगों ने उसे अस्पताल ले जाने में सहायता नहीं की । इस युवक का नाम अजय है ।

अजय के भाई संजय ने कुछ दिन पहले पुलिस स्टेशन में आरोपियों के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई थी । पुलिस ने उन्हें इस बार समझौता करने के लिए कहा था । फूलों की दुकान को लेकर संजय और मुख्य आरोपी, गोविंद के बीच विवाद था । गोविंद और उसके दोस्त अमित ने अजय पर आक्रमण किया और उसकी हत्या कर दी । पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है ।