डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में उन्हें श्रद्धांजली देने पहुंचे हिन्दू मक्कल कत्छी के अध्यक्ष, श्री. अर्जुन संपथ के साथ द्रमुक और वी.सी.के. के कार्यकर्ताओं द्वारा दुर्व्यवहार !
समानता के लिए जीवनभर संघर्ष करनेवाले, बाबासाहब के नाम पर इस प्रकार दुर्व्यवहार करनेवाले राजनीतिक दल क्या कभी समाज का व्यापक विचार कर सकेंगे ?
चेन्नई (तमिलनाडु) – यहां हिन्दू मक्कल कत्छी के अध्यक्ष, श्री. अर्जुन संपथ, डॉ. भीमराव अंबेडकर के स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में उन्हें श्रद्धांजली देने हेतु, यहां के राजा अन्नामलाईपुरम् के स्मारक पर गए थे । तब वहां द्रमुक और विदुथलाई चिरुथैगल कत्छी (वी.सी.के.) इन राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने उन्हें वहां आने से रोका, साथ ही संपथ के विरोध में नारेबाजी की । इस समय उन्होंने ‘हम सनातन धर्म को उखाडकर फेंक देंगे’ और ‘भगवा नष्ट करेंगे’, ऐसा भी कहा । हाथ में वी.सी.के. ध्वज लिए हुए २ धर्मांधों ने संपथ के गले का भगवा उत्तरीय भी खींचने का प्रयास किया । कुछ कार्यकर्ताओं ने संपथ पर आक्रमण करने का भी प्रयास किया । साथ ही स्मारक में ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाने का भी विरोध किया । उस समय संपथ ने, पुलिस की सहायता से, डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजली दी ।
इस घटना के संबंध में श्री. संपथ ने यह मांग करते हुए कहा कि, ‘सामाजिक न्याय की बातें करनेवालों ने मुझे डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजली देने से रोका, जो एक अस्पृश्यता पालने जैसा कृत्य था । डॉ. अंबेडकर का नाम लेनेवालों को इसपर लज्जा आनी चाहिए । डॉ. अंबेडकर केवल इन संगठनों के नेता नहीं थे, अपितु वे समस्त भारत के नेता हैं । सरकार को ऐसे कार्यकर्ताओं के विरुद्ध कार्यवाही करनी चाहिए ।’