भदोही (उत्तर प्रदेश) पुलिस द्वारा, लड़की नाबालिग नहीं है, ऐसा कहकर लडकी को भगाकर ले जानेवाले धर्मांध को जमानत !

जमानत पर रिहा होने के बाद, वह लड़की को फिर से ले भागा !

एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार ‘लव जिहाद’ के विरोध में कानून बना रही है, वहीं दूसरी ओर, पुलिस की कर्तव्यहीनता इसे असंभव बना रही है ! क्या इससे कभी धर्मांधों पर शिकंजा कसेगा ?

भदोही (उत्तर प्रदेश) – यहां शाहिद नाम के एक मुसलमान युवक ने एक नाबालिग लडकी अपने जाल में फंसाकर, उसका अपहरण कर लिया । मामले में गिरफ्तार होने के बाद उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया । जब वह बाहर आया, तो उसने लडकी को फिर से अगवा कर लिया ।

लडकी पर पॉक्सो एक्ट के तहत आरोप नहीं लगाया गया क्योंकि उसके माता-पिता ने कहा कि वह नाबालिग थी, लेकिन पुलिस द्वारा इसे स्वीकार नहीं किया गया था । जिसके फलस्वरूप धर्मांध को जमानत मिल गई और वह बाहर आ गया । इसका फायदा उठाकर वह फिर से लडकी को भगा कर ले गया । अब भी उसके विरूद्ध पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है । लडकी के माता–पिता ने आरोप लगाया कि यह पुलिस एवं उम्र की जांच करनेवाले चिकित्सा अधिकारियों की मिलीभगत है, इसलिए उन्होंने लड़की की उम्र १८ से २० वर्ष बताई है ।