दलितों के लिए सरकारी केश कर्तनालय खोले जाएं !
कर्नाटक राज्य के समाज कल्याण विभाग की अनुशंसा
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बेंगलुरू (कर्नाटक) – राज्य के विविध गांवों में केश कर्तनालयों के सूत्र पर जाति-भेद की घटनाएं होने की बात सामने आई है । अनेक नाई दलितों ने केश काटना और उनकी दाडी बनाना अस्वीकार कर रहे हैं । (सरकार को ऐसे लोगों को दंडित करना चाहिए ! – संपादक) इसके कारण राज्य के समाज कल्याण विभाग ने राज्य में सरकारी केश कर्तनालय चलाने की अनुशंसा की है ।
This move comes after the Kerala government started the government-run barber shops in villages, where #dalits were shunned from using a common salon@BSYBJPhttps://t.co/GBiTuMnrEf
— The Logical Indian (@LogicalIndians) November 16, 2020
केरल में ऐसा किया गया है । वहां भी सरकार की ओर से केश कर्तनालय चलाए जा रहे हैं ।