आयकर न चुकाने के प्रकरण में ‘बिलिवर्स ईस्टर्न चर्च’ की संपत्ति पर आयकर विभाग का छापा
विदेश से १ सहस्र करोड रुपए मिले !
- ऐसे चर्च का सरकारीकरण करने का साहस सरकार क्यों नहीं दिखाती ?
- हिन्दू धर्म, संत, संस्कृति, मंदिर के विषय में यदि कभी कथित रुप से कुछ अनुचित घटने की अफवाह भी उडे, तो आकाश पाताल एक करने समान ‘ब्रेकिंग न्यूज’ देने वाले प्रसारमाध्यम अब मौन हैं, यह ध्यान में रखें ! प्रसार माध्यमों का हिन्दूद्वेष जानें !
कोची (केरल) – आयकर विभाग ने ५ नवंबर को केरल और अन्य राज्यों में के. योहान्नन के ‘बिलिवर्स ईस्टर्न चर्च’ से संबंधित लोगों के कार्यालय और निवास स्थानों पर एक समय पर छापे मारे । ये छापे तिरुवल्ला के मुख्यालय चर्च ने कर जमा न करने और विदेशी विनिमय व्यवस्थापन कानून (फेमा) का उल्लंघन करने से संबंधित मिली जानकारी पर आधारित थे ।
१. तिरुवल्ला के चर्च द्वारा चलाए जानेवाले चिकित्सा महाविद्यालय के चिकित्सालय में भी आयकर विभाग जांच कर रहा है । इस छापेमारी का विवरण अभी सामने नहीं आया है ।
२. वर्ष २०१७ में गृह मंत्रालय ने ‘बिलिवर्स ईस्टर्न चर्च’ और उससे संबंधित ३ स्वयंसेवी संस्थाओं को विदेशी मुद्रा स्वीकारने हेतु प्रतिबंधित किया था, तब भी बिलिवर्स चर्च ने विदेशों से पैसा जमा करने का अपराध किया था । १८ वर्षों में चर्च को अभी तक १ सहस्र करोड रुपयों से अधिक विदेशी मुद्रा मिली है ।