‘टाटाक्लिक’ द्वारा योगासन के लिए ‘उबाऊ’, शब्द का प्रयोग !

‘टाटाग्रुप’ प्रतिष्ठान द्वारा पुनः हिन्दूद्वेष

  • हिन्दू युवक के साथ ईसाई युवती का ईसाई पद्धति से विवाह का दृश्य !
  • ‘टाटाग्रुप ‘ द्वारा निरंतर किए जानेवाले हिन्दूद्वेष को देखते हुए यदि हिन्दू अब टाटा प्रतिष्ठान का बहिष्कार करें, तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए ! इस संबंध में अब रतनटाटा को ही सामने आकर हिन्दुओं से क्षमायाचना करनी चाहिए तथा ऐसे विज्ञापन करने के पीछे प्रतिष्ठान के कौन से हिन्दूद्वेषी अधिकारी हैं, उनको निष्कासित करना चाहिए, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !

मुंबई – ‘टाटाग्रुप’ के ‘तनिष्क ज्वेलरी’ के विज्ञापन द्वारा ‘लवजिहाद’ को प्रो्त्साहन दिए जाने के पश्चात अब उन्हीं के प्रतिष्ठान ‘टाटाक्लिक’ के विज्ञापन द्वारा योगासन का अपमान किया गया है । प्रस्तुत विज्ञापन में हिन्दू युवक का एक ईसाई युवती के साथ ईसाई पद्धति से ऑनलाइन विवाह किया जाना दिखाया गया है । इसके द्वारा हिन्दुआें का  जानबूझकर ईसाईकरण करने का प्रयत्न किया गया । (‘तनिष्क’ के प्रकरण में हिन्दू युवती काे मुसलमान युवक की पत्नी दिखाया गया, तथा इसमें हिन्दू युवक काे ईसाई युवती का पति दिखाकर उसे ईसाई पद्धति से विवाह करते हुए दिखाकर हिन्दुआें की वैवाहिक परंपराआें काे ताेडने का प्रयत्न किया गया है  ! – संपादक) ‘टाटा क्लिक’ ‘टाटा ग्रुप’ की ऑनलाइन सामग्री की विक्री करनेवाला प्रतिष्ठान है ।)

१. प्रस्तुत विज्ञापन के एक प्रसंग में माँ और पुत्र को दिखाया गया है, जो उन दोनों को मिले हुए उपहार आपस में बदलते हैं । पुत्र उपहार का बक्सा खोलकर देखता है उसमें योगासन तथा ध्यान करते समय बैठने के लिए उपयोग किया जानेवाला ‘मैट’ दिखाया गया है । इस मैट पर बैठकर वह ध्यान लगाता है । तब वहां बोरिंग अर्थात उबाऊ लिखा गया है । उसमें योगासन पुराने हैं इसलिए वह करने से परावृत्त किया गया है ।

२. दूसरे प्रसंग में हिन्दू युवक तथा ईसाई युवती को दिखाया गया है, इसमें उनको ऑनलाइन एक पादरी की उपस्थिति में उंगली में अंगूठी पहना कर ईसाई पद्धति से विवाह करते हुए दिखाया गया है। (हिन्दू युवक काे ईसाई युवती से विवाह करने पर हिन्दू पद्धति से नहीं, ईसाई पद्धति से विवाह करना चाहिए, एेसा इसमें दिखाने का प्रयत्न होता है, यह ध्यान में आता है ! – संपादक)