हिन्दू धार्मिक पुस्तकों को ‘टॉयलेट पेपर’ के रूप में उपयोग करने में कुछ भी गलत नहीं है !

  • न्यायालय में देहली पुलिस का आपत्तिजनक उत्तर

  • आरोपी सुष्मिता सिंह के विरुद्ध कार्रवाई करने से इनकार

कहां कुरान के पृष्ठों को फाडने की अफवाह पर कानून को अपने हाथों में लेनेवाले कट्टरपंथी और कहां दूसरी ओर हिन्दू अपने ही धर्म ग्रंथों का अपमान करते हैं !

नई देहली : पत्रकार सुष्मिता सिंह ने एक हिन्दू धार्मिक पुस्तक का वीडियो बनाकर लोगों को त्योहार के दौरान शौचालय साफ करने के लिए कहा था । हिन्दू आईटी सेल के सदस्य राजकुमार गुप्ता ने देहली के गोविंदपुरी पुलिस स्टेशन में सुष्मिता सिंह के विरुद्ध परिवाद प्रविष्ट कराई; किंतु पुलिस ने सुष्मिता सिंह के विरुद्ध कोई परिवाद प्रविष्ट नहीं किया । पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘एक धार्मिक पुस्तक को टॉयलेट पेपर के रूप में उपयोग करने में कुछ भी गलत नहीं है ।’

१. देहली के साकेत जिला न्यायालय में इस प्रसंग की रिपोर्ट की गई । इसमें पुलिस ने कहा, हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करने के लिए महिला पत्रकार के विरुद्ध कोई परिवाद प्रविष्ट नहीं किया गया है । हमें इस वीडियो में कुछ भी अनुचित नहीं मिला । ‘

२. दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस तरह का वीडियो बनाने और हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करने के लिए हीर खान नामक एक महिला को गिरफ्तार किया था । (यदि उत्तर प्रदेश में भाजपा इस तरह की कार्रवाई कर सकती है, तो देहली में क्यों नहीं ? क्या देहली में कानून अलग हैं ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)