अभिनेता आमिर खान चीन और तुर्की के प्रिय हैं और भारत के शत्रु! – रा.स्व. संघ के मुखपत्र से आमिर खान की आलोचना ।
आमिर खान का तुर्की के राष्ट्रपति की पत्नी से मिलने का मामला
देशवासियों , उनकी फिल्मों का बहिष्कार कर और उन्हें अपनी देशभक्ति का रंग दिखाएं !
नई दिल्ली: ´अभिनेता आमिर खान भारत के विरोधी, चीन और तुर्की के प्रिय हैं, ´यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखपत्र ´पांचजन्य´ ने ऐसी टिप्पणी की है ! अभिनेता आमिर खान, अपनी फिल्म ‘लाल सिंह’ की शूटिंग के लिए तुर्की गए थे, वहां उन्होंने तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन की पत्नी एमी एर्दोगन से मुलाकात की । उनकी यात्रा की तस्वीरें भी सर्वत्र प्रसारित हुईं जिससे पूरे देश में आमिर खान की आलोचना हो रही है ।
रा.स्व. संघ के मुखपत्र ‘पांचजन्य’ में प्रकाशित लेख पढने के लिये नीचे दिये चित्र पर क्लीक करें :
´ड्रैगन का प्यारा खान´ इस शीर्षक के लेख में लिखा गया है कि;
१. भारत में, जब लोग किसी अभिनेता को सिर-आखों पर बैठाकर उसे सफलता के शिखर तक ले जाते हैं, तब उसका धर्म नहीं देखा जाता । लोग केवल उस कलाकार की कला की सराहना करते हैं उसके धर्म की नहीं; लेकिन जब ऐसा व्यक्ति देश के प्रति अपने प्रेम को ठेंगा दिखाकर ´पहले धर्म बाद में देश´ जैसी जिहादी विचारधारा दिखाना आरंभ कर दे, अथवा थोडे पैसे के लिए शत्रु देश के संकेतों पर नाचने लगे, तो लोग चिढ जाते हैं ।
२. यदि कोई व्यक्ति बेशर्मी से दुश्मन राष्ट्र का आतिथ्य स्वीकार करता है, तो क्या यह मानना चाहिए कि वह देशवासियों के साथ छल कर रहा है ? आमिर खान, जो वर्तमान में चीन और तुर्की के प्रिय हैं, उनके इन कर्माें से सभी देशभक्त व प्रशंसक क्षुब्ध हैं !
#Bollywood has come under the scanner of the #RSS's mouthpiece Panchjanya with the cover story of its latest edition making a frontal attack on certain film stars, including Aamir Khan, as not being nationalist enough https://t.co/ADti8iD5Dl
— The Hindu (@the_hindu) August 25, 2020
३. जहां चीन में अन्य अभिनेता और निर्माता असफल हो रहे हैं, वहां आमिर खान की फिल्में बहुत पैसा कमा रही हैं । आमिर खान, चीनी मोबाइल फोन कंपनी वीवो के ब्रांड एंबेसडर हैं । यह प्रतिष्ठान नियमों का उल्लंघन करता पाया गया है ।
४. आमिर खान के ‘दंगल’ चित्रपट ने चीन में अच्छी कमाई की, जबकि इसी विषय पर अभिनेता सलमान खान का ´सुल्तान ´ चित्रपट फ्लॉप हो गया । ऐसा क्यों हुआ ? अगर आमिर खान खुद को धर्मनिरपेक्ष मानते हैं, तो उन्होंने जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान समर्थित तुर्की में फिल्म बनाने के विषय में क्यों सोचा ?
५. आमिर खान एक ऐसे देश के संकेतों पर काम कर रहे हैं जहां सत्ताधारी सरकार द्वारा ज्यादातर पत्रकारों को गिरफ्तार किया जाता है, एक ऐसा देश जहां मानवाधिकारों के उल्लंघन को सामान्य माना जाता है और सोशल मीडिया कभी भी प्रतिबंधित कर दिया जाता है ।
६. लोग अभी भी आमिर खान के उस साक्षात्कार को नहीं भूले, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘मेरी पत्नी किरण राव भारत में डरी हुई हैं और भारत में असहिष्णुता बढ रही है ।