पंजाब की ‘रोजा शरीफ’ दरगाह से ३ धर्मांध युवक गिरफ्तार
आतकंवादियों से संबंध होने का संदेह
मंदिरों का केवल व्यवस्थापन योग्य ढंग से न होने के कारण सरकार मंदिर अपने नियंत्रण में लेती है; परंतु अनेक मदरसे, मस्जिदें और दरगाहों से समाजविघातक गतिविधियों के चलते भी उन्हें नियंत्रण में क्यों नहीं लेती ? इतना ही नहीं, अपितु उन्हें सरकारी अनुदान भी मिलता है !
फतेहगढ (पंजाब) – उत्तर भारत के प्रमुख धार्मिक स्थल फतेहगढ स्थित ‘रोजा शरीफ’ दरगाह से ३ धर्मांध युवकों को गिरफ्तार किया गया है । इन तीनों के नाम हैं – सोहेल खान, इमरान खान और कामरान खान । ये तीनों भाई हैं । संदेह व्यक्त किया जा रहा है कि उनके आतंकवादियों से संबंध है ।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, ‘आरोपी यहां ६ दिनों से रह रहे हैं । उत्तर प्रदेश में विविध स्थानों पर उन पर अपहरण कर, फिरौती मांगने का अपराध प्रविष्ट हैं । उनकी पूछताछ चल रही है ।’ बताया जा रहा है कि फिरौती से मिलनेवाले पैसों से वे जम्मू-कश्मीर से शस्त्र खरीदते हैं । उनके संबंध जम्मू-कश्मीर के अपराधी पृष्ठभूमिवाले कुछ लोगों से भी हैं । इस प्रकरण में पंजाब और उत्तरप्रदेश पुलिस मिलकर पूछताछ कर रही है ।
‘रोजा शरीफ’ के प्रमुख से भी पूछताछ
इस संबंध में शाहजहांपुर के पुलिस उपनिरीक्षक दिलीप कुमार ने बताया, ‘समाजविघातक कुकृत्य करने के उपरांत आरोपी इसी ‘रोजा शरीफ’ में आश्रय लेते थे । जब पुलिस ने ‘रोजा शरीफ’ के खलीफा सैय्यद मोहम्मद सादिक रजा मुजद्दी से पूछताछ की, तो मुजद्दी बोले, ‘ये तीनों ९ अगस्त को यहां आए थे; परंतु उनके अपराधी पृष्ठभूमि के बारे में कोई जानकारी नहीं । वे यहां किसी से नहीं मिले हैं ।’ पुलिस ने इस शरीफ के ‘गेस्ट हाऊस’ का विवरण तथा सीसीटीवी कैमेरे का चित्रीकरण जप्त किया है ।