इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने राममंदिर के भूमिपूजन के विरोध में प्रविष्ट याचिका निरस्त
भूमिपूजन स्थगित करने की सामाजिक कार्यकर्ता साकेत गोखले की मांग
प्रयागराज – अयोध्या में ५ अगस्त को राममंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम होनेवाला है । देहली के सामाजिक कार्यकर्ता साकेत गोखले ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को एक पत्रयाचिका द्वारा इस कार्यक्रम को स्थगित करने की मांग की है । गोखले ने कहा है कि ‘इस पत्र को जनहित याचिका के रूप में स्वीकार किया जाए तथा भूमिपूजन का कार्यक्रम स्थगित किया जाए ।’ इस संबंध में गोखले ने ट्वीट भी किया है ।
Gokhale has regularly indulged in spreading misinformation and falsehood over social media while casting aspersions on the Modi governmenthttps://t.co/i7aEfPchEZ
— OpIndia.com (@OpIndia_com) July 24, 2020
इस पत्रयाचिका में कहा है, ‘कोरोना संक्रमण के कारण यदि बकरी ईद पर सामूहिक नमाजपठन करने की अनुमति नहीं दी गई है, तो राममंदिर के भूमिपूजन के कार्यक्रम को कैसे अनुमति दी जा सकती है ? भूमिपूजन का यह कार्यक्रम कोरोना संक्रमण की पृष्ठभूमि पर घोषित मार्गदर्शक सूचनाआें का उल्लंघन है । इस कार्यक्रम में लगभग ३०० जन एकत्रित आनेवाले हैं । इसलिए एकत्रित न आने का यह नियम टूट जाएगा । केंद्र सरकार की सूचना में उत्तरप्रदेश राज्य सरकार परिवर्तन नहीं कर सकती ।’ इस पत्रयाचिका में ‘राममंदिर ट्रस्ट’ सहित केंद्र सरकार को भी पक्षकार बनाया गया है ।
साकेत गोखले के राहुल गांधी से निकट के संबंध ?
‘जी न्यूज’ समाचार वाहिनी द्वारा प्रसारित समाचार में ‘राममंदिर के भूमिपूजन के कार्यक्रम का विरोध करनेवाले देहली के सामाजिक कार्यकर्ता साकेत गोखले के कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से निकट के संबंध हैं । साकेत और राहुल के एकत्रित छायाचित्र प्रसारित हुए हैं । चर्चा है कि साकेत कांग्रेस समर्थक हैं ।