पुलिस सिपाही सुनीता यादव का नौकरी से त्यागपत्र देने का निर्णय
- अनुचित आचरण करनेवाले को फटकारने पर कर्तव्यदक्ष महिला पुलिसकर्मी को त्यागपत्र देने का समय आना सरकार के लिए लज्जाजनक ! सरकार को इस महिला पुलिसकर्मी के समर्थन में दृढता से खडे होकर नियमबाह्य आचरण करनेवालों पर कार्रवाई करनी चाहिए !
- संचार बंदी के समय सडक पर घूमनेवाले मंत्री के पुत्र को फटकारा था
सूरत – संचार बंदी के समय पिता का वाहन लेकर निर्भय होकर घूमनेवाले मंत्री के पुत्र को रोककर उसको फटकारनेवाली साहसी पुलिस सिपाही सुनीता यादव ने नौकरी से त्यागपत्र देने का निर्णय लिया है । उन्हें अब परीक्षा देकर आईपीएस अधिकारी बनने की इच्छा है । इस संबंध में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए देहली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाती मालीवाल ने आलोचना की है कि ‘इस साहस के लिए सुनीता की प्रशंसा कर उन्हें पुरस्कार देने के स्थान पर उन्हें नौकरी से त्यागपत्र देना पड रहा है, यह अत्यधिक लज्जाजनक तथा क्षोभकारक है ।’
ईमानदारी से काम कर रहे अफसर को ड्यूटी मत सिखाओ, अपनी बिगड़ी औलादों को तमीज़ सिखाओ!
ऐसे ढीठों को सुधारने के लिए #SunitaYadav जैसे और अफसरों को आगे आने की ज़रूरत है। pic.twitter.com/8eZyqVsQzp
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) July 12, 2020
सुनीता यादव ने पुलिस आयुक्त राजेंद्र ब्रह्मभट्ट से भेंट कर कहा कि ‘मैं केवल अपने कर्तव्य का पालन कर रही थी । इसलिए मुझसे कोई गलती नहीं हुई है । इसके अतिरिक्त नौकरी से त्यागपत्र देकर आईपीएस अधिकारी बनने की इच्छा भी उन्होंने पुलिस आयुक्त के समक्ष व्यक्त की । इस पर ब्रह्मभट्ट ने सुनीता को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यदि उनकी कोई शिकायत है, तो लिखित रूप में दे सकती हैं । तथापि सुनीता से कोई शिकायत न मिलने की जानकारी भी उन्होंने दी है ।
मंत्री के पुत्र ने सुनीता यादव को दी थी धमकी !
सुनीता यादव ने गुजरात के स्वास्थ्य राज्यमंत्री कुमार कानाणी के पुत्र प्रकाश कानाणी को रोका था, तब प्रकाश ने सुनीता को धमकी देते हुए कहा था, ‘वर्षभर तुम्हारी यहीं ड्यूटी लगवा दूंगा । इस पर सुनीता ने कानाणी को फटकारते हुए कहा था, ‘पुलिस की वर्दी तुम्हारे बाप की गुलामी करने के लिए नहीं पहनी है ।’ इसके तीन दिन उपरांत ही सुनीता ने पुलिस आयुक्त से मिलकर त्यागपत्र देने की जानकारी दी ।